Bihar Politics: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर अभी से तैयारियां शुरू हो गई हैं. बीजेपी से अलग होने के बाद से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मोदी को सत्ता से बाहर करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंकने में लगे हैं. इसके लिए वो विपक्षी एकता की मुहिम जुटे हैं. वहीं बीजेपी ने नीतीश कुमार को उनके ही घर में मात देने की सॉलिड योजना तैयार की है. इससे ना सिर्फ विपक्षी एकता की हवा निकल जाएगी, बल्कि मोदी को हैट्रिक लगाने से कोई रोक नहीं सकता. 


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दरअसल, बीजेपी से अलग होने के बाद नीतीश कुमार खुद विपक्ष से पीएम पद के दावेदारों की रेस में हैं. इसके लिए वो पूरे देश में मोदी विरोधी नेताओं को एक छतरी के नीचे खड़ा करने की कोशिश में लगे हैं. उनका दावा है कि यदि समूचा विपक्ष एकजुट हो जाए तो बीजेपी को 100 से कम सीटों पर रोका जा सकता है. उधर बीजेपी पहले से बड़ी जीत हासिल करने की कोशिश में जुटी है. इसके तहत यूपी-बिहार में क्लीन स्वीप करने का प्लान तैयार किया गया है. 


नीतीश के लिए खिलाफ चक्रव्यूह तैयार


बीजेपी के निशाने पर बिहार की सभी 40 सीटें हैं. पिछले चुनाव में एनडीए ने 39 सीटों पर जीत हासिल की थी. उस वक्त नीतीश कुमार टीम एनडीए का हिस्सा हुआ करते थे. इस बार नीतीश कुमार के साथ छोड़ने से पुराने प्रदर्शन को दोहराना बड़ी चुनौती है. हालांकि, इसके लिए अमित शाह नए सिरे से एनडीए को तैयार करने की कोशिश में जुटे हैं. इस बार यूपी की तरह बिहार में भी छोटे-छोटे दलों को अपने साथ मिलाया जाएगा. जातीय समीकरण का ऐसा चक्रव्यूह तैयार किया जाएगा, जिसमें फंसकर महागठबंधन ध्वस्त हो जाए. 


बिहार की इस सीट से लड़ेंगे PM मोदी


बिहार की सभी 40 सीटों को हासिल करने के लिए बीजेपी ने मास्टर प्लान तैयार किया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी को इस बार वाराणसी के अलावा बिहार से भी उतारा जाएगा. राजनीतिक पंडितों का भी मानना है कि मोदी के बिहार आने से पार्टी को काफी फायदा होगा. मोदी यदि बिहार से चुनाव लड़ते हैं, पूरे प्रदेश में इसका बड़ा संदेश जाएगा और बीजेपी को फायदा मिलना तय माना जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक, मोदी को इस बार बिहार की पटना साहिब या बेगूसराय से लड़ाने की योजना बनाई जा रही है. यदि बेगूसराय से मोदी लड़ते हैं तो इसका असर पश्चिम बंगाल की कई सीटों पर भी देखने को मिलेगा. 


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नीतीश भी यूपी आने को तैयार


उधर नीतीश कुमार भी यूपी से होकर दिल्ली जाने की तैयारी कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार यूपी से चुनाव लड़ने का विचार कर रहे हैं. जेडीयू का मानना है कि राष्ट्रीय छवि बनाने के लिए पार्टी को राज्य से बाहर निकलना होगा. अखिलेश भी चाहते हैं कि मोदी की तरह नीतीश भी यूपी से चुनाव लड़ें. इसके लिए वह अपना पूरा सहयोग भी देने को तैयार हैं. पिछले साल जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने प्रयागराज की फूलपुर सीट से नीतीश कुमार के चुनाव लड़ने के संकेत दिए थे. फूलपुर के अलावा अंबेडकर नगर या मिर्जापुर को लेकर भी मंथन किया जा रहा है.