रांची : झारखंड की सियासत में जारी असमंजस की स्थिति के बीच गुरुवार का दिन भी सियासी संशय भरा ही रहा. एक तरफ यूपीए के तीस विधायक रायपुर के रिजॉर्ट में हैं तो दूसरी तरह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित पूरी कैबिनेट रांची में कैबिनेट बैठक की तैयारी में लगी रही और फिर कैबिनेट बैठक में 25 महत्वपूर्ण फैसलों पर मुहर भी लग गई. इधर सूबे में जारी सियासी संशय को लेकर सबकी निगाहें राजभवन पर टिकी रहीं. 


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यूपीए का प्रतिनिधिमंडल शाम चार बजे पहुंचा राजभवन 
संशय की इस स्थिति के बीच सत्ताधारी दल की तरफ से राजभवन से वक्त मांगा गया, सत्ताधारी दल के लोगों की ये शिकायत है कि राजभवन से लगातार यूपीए गठबंधन की तरफ से वक्त मांगा जा रहा है पर वक्त मिल नहीं रहा है.  इन सबके बीच खबर आई की यूपीए के प्रतिनिधिमंडल को राजभवन से शाम 4 बजे का वक्त मिला है. सत्ताधारी दल की तरफ से एक प्रतिनिधिमंडल राजभवन पहुंचा और राज्यपाल को सीएम के ऑफिस ऑफ प्रॉफिट से जुड़े मामले में तस्वीर साफ करने की मांग की.


राज्यपाल का आश्वासन चुनाव आयोग के पत्र पर एक-दो दिन में लेंगे फैसला
इधर राज्य में कैबिनेट की बैठक चल रही थी वहीं दूसरी तरफ राज्य में जारी सियासी संकट और राज्यपाल के फैसले को लेकर बनी असमंजस की स्थिति को लेकर कांग्रेस व झामुमो के नेताओं का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से राजभवन में मिल रहा था. जहां राज्यपाल रमेश बैस ने प्रतिनिधमंडल से कहा कि चुनाव आयोग का पत्र उन्हें प्राप्त हुआ है. वह इस पर कानूनी राय ले रहे हैं और एक दो दिन के भीतर इस पर फैसला लेकर इसकी जानकारी देंगे. 


प्रतिनिधिमंडल के सदस्य बोले राज्यपाल के जवाब से संतुष्ट
वहीं राजयपाल से मिलकर राजभवन से बाहर आए प्रतिनिधमंडल के सदस्यों ने कहा कि वह राज्यपाल की बात से संतुष्ट हैं और एक दो दिन तक इस मामले में राज्यपाल के फैसले की प्रतिक्षा करेंगे. ऐसा नहीं होने पर आगे की कार्रवाई भी करेंगे. सरकार की तरफ से राजभवन पहुंचे इस 10 सदस्यीय प्रतिनिधमंडल में जेएमएम सांसद महुआ माजी, विजय हंसदा और कांग्रेस सांसद गीता शामिल थे. 


भाजपा नेताओं ने राजभवन पहुंचे UPA प्रतिनिधिमंडल पर साधा जमकर निशाना 
इस मामले पर बीजेपी विधायक अमित मंडल ने कहा, आपने जो गलतियां की है उसके तहत एक-एक काम संवैधानिक दायरे में हो रहा है. आप हड़बड़ा करके चाहेंगे की निर्णय आ जाए तो ऐसा संभव नहीं है. संवैधानिक प्रक्रिया के तहत काम चल रहा है, इसमें यूपीए के लोगों को कोई हड़बड़ी नहीं होनी चाहिए. समय जब पूरा होगा तो चीजें स्पष्ट हो जायेगी. कौन हॉर्स ट्रेडिंग कर रहा, कौन पैसे ले रहा है, कौन पैसे दे रहा ये आपके मन का फितूर है. आपने जो कदम उठाया उसी पर सवाल उठ रहे हैं तो राजभवन या बीजेपी पर सवाल उठाना ठीक नहीं.


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यूपीए के प्रतिनिधि मंडल के द्वारा राज्यपाल से मुलाकात पर राज्यसभा सांसद सह बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने तंज कसते हुए कहा कि एक तरफ विधायक मौज-मस्ती कर रहे हैं और दूसरी तरफ प्रतिनिधिमंडल राजभवन में मुलाकात कर जनता को दिग्भ्रमित करने की कोशिश कर रहा है. दीपक प्रकाश ने विधायकों के रायपुर दौरे पर सवाल उठाते हुए कहा कि सवाल यह उठता है कि आखिर कौन इस पूरे ट्रिप का खर्च उठा रहा है.