बिहार में Poster Politics, राजद के पोस्टर में नीतीश PM, कांग्रेस बोली ना, विवाद बढ़ा तो हटाया बैनर
Poster Politics in Bihar: बिहार में एक बार फिर से पोस्टर पॉलिटिक्स शुरू हो गई है, बता दें कि जदयू दफ्तर के द्वारा दिए गए इफ्तार में लाल किले वाले पोस्टर लगे मंच पर बैठे नीतीश कुमार की तस्वीर पर जमकर बवाल हुआ था. अब एक बार फिर जब नीतीश विपक्ष को एकजुट करने के लिए लगातार कोशिश कर रहे हैं.
पटना: Poster Politics in Bihar: बिहार में एक बार फिर से पोस्टर पॉलिटिक्स शुरू हो गई है, बता दें कि जदयू दफ्तर के द्वारा दिए गए इफ्तार में लाल किले वाले पोस्टर लगे मंच पर बैठे नीतीश कुमार की तस्वीर पर जमकर बवाल हुआ था. अब एक बार फिर जब नीतीश विपक्ष को एकजुट करने के लिए लगातार कोशिश कर रहे हैं. इस बीच राजद दफ्तर के बाहर एक पोस्टर ने बिहार का सियासी तापमान बढ़ा दिया. दरअसल उस तस्वीर में नीतीश कुमार पीएम की कुर्सी पर बैठे हुआ हैं और उनके बगल में राहुल गांधी, ममता बनर्जी, मल्लिकार्जुन खड़गे, अरविंद केजरीवाल, लालू यादव, एमके स्टालिन, के चंद्रशेखर राव, हेमंत सोरेन, अखिलेश यादव, शरद पवार, उद्धव ठाकरे और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह खड़े हैं.
दरअसल इसे राजद की तरफ से नीतीश का पीएम के तौर पर समर्थन के लिए देखा जा रहा है तो वहीं लोगों को लग रहा है कि राजद को तेजस्वी यादव को बिहार का सीएम बनाने की इतनी जल्दी है कि वह सब्र करने के मुड में नहीं है. राजनीतिक जानकारों की मानें तो बिहार के राजद नेता चाहते हैं ति नीतीश कुमार जल्द से जल्द केंद्र की राजनीति में चले जाएं ताकि तेजस्वी बिहार के मुख्यमंत्री बन सके.
राजद प्रदेश कार्यालय के बाहर सुबह एक पोस्टर देखने को मिला जिसमें नीतीश प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठे हुए थे और अन्य नेता उनके बगल में खड़े थे. राजद की महिला प्रकोष्ठ की महासचिव पूनम राय के द्वारा यह पोस्ट लगाई गई थी. इस पोस्ट में लिखा हुआ था 2024 प्रधानमंत्री नीतिशे कुमार है...
जबकि बता दें कि नीतीश कुमार अपने को पीएम को तौर पर देखने वाले को पहले ही नसीहत दे चुके हैं कि वह ऐसा ना करें. वह केवल विपक्ष को भाजपा के खिलाफ एकजुट कर रहे हैं उनका पीएम बनने का कोई इरादा नहीं है. बता दें कि राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से पार्टी कार्यालय के बाहर इस तरह को पोस्टर लगाने की अनुमति ली जाती है. ऐसे में पता नहीं चल पाया कि यह पोस्टर बिना अनुमति के लगा कैसे क्योंकि जैसे ही इस पोस्टर को लेकर सियासी बवाल बढ़ा इससे पहले पोस्टर को उतार लिया गया.
राजद कार्यालय के बाहर लगाए गए इस पोस्टर पर महागठबंधन के सहयोगी दल कांग्रेस की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है. कांग्रेस पार्टी की तरफ से इसको लेकर कहा गया कि यह किसी आदमी की अपनी इच्छा हो सकती है लेकिन यह पार्टी की सोच नहीं हो सकती है. कांग्रेस की तरफ से कहा गया कि राजद इस तरह की कोई भी पोस्टर लगाने से पहले सभी दलों के साथ बैठक कर इसपर निर्णय लेगी. राजद की तरफ से इस तरह का कोई बयान अभी तक नहीं आया है जिसमें विपक्ष की तरफ से नीतीश कुमार को नरेंद्र मोदी के खिलाफ पीएम का चेहरा बनाया गया हो.