बिहार की यात्रा पर निकले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को एक बड़ा चैलेंज दे दिया. प्रशांत किशोर का कहना है कि नीतीश और तेजस्वी ने 10 लाख लोगों को रोजगार देने की बात कही थी. अगर एक साल के भीतर ये दोनों नेता 10 लाख रोजगार उपलब्ध करा देते हैं तो उनके समर्थन में वे अपनी जनसुराज यात्रा स्थगित कर देंगे. बता दें कि बिहार के सालाना बजट में वित्त मंत्री ने 10 लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने का ऐलान किया है. 


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कई महीनों से सरकार में हैं तेजस्वी यादव 


प्रशात किशोन ने जनसुराज यात्रा के दौरान कहा, मैं कोई ऐसा वादा नहीं करता जो पूरा ना हो सके. चुनाव के समय तेजस्वी यादव ने कहा था कि उनकी सरकार बनी तो पहली कैबिनेट में ही 10 लाख लोगों को नौकरी दे दी जाएगी. अब वो सरकार में डिप्टी सीएम हैं और कई महीने बीत भी गए हैं तो कितनों को नौकरी मिली. जाहिर है कि वे झूठ बोल रहे थे. तेजस्वी यादव के बाद नीतीश कुमार ने 15 अगस्त को कहा था कि वे 10 लाख लोगों को नौकरी देंगे. यह मेरी चुनौती है कि एक साल के भीतर इन दोनों नेताओं ने अगर 10 लाख लोगों को रोजगार दे दिया तो वे इन दोनों नेताओं के समर्थन में अपनी यात्रा रोक देंगे और उनके समर्थन में दौड़ेंगे. 


तेजस्वी के पिताजी ने कितनों को नौकरी दी थी


प्रशांत किशोर ने कहा कि ये लोग जनता को बेवकूफ समझते हैं और बिना कुछ सोचे समझे बोलते रहते हैं. उनका दरअसल यह भी पता नहीं कि 10 लाख नौकरी देने पर खर्च कितना आएगा. कैसे इसकी व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने कहा कि गलती हम जनता की है कि इन पर बिना सोचे समझे भरोसा कर लेते हैं. तेजस्वी यादव ने जब 10 लाख नौकरी देने का ऐलान किया तो जनता को पूछना चाहिए था कि आपके पिताजी की सरकार थी तो उन्होंने कितनों को नौकरी दी थी. नीतीश कुमार से पूछना चाहिए कि 17 सालों में आपने ये नौकरियां क्यों नहीं दीं. और कौन सा कुबेर का खजाना नीतीश जी के हाथ में लगा है.