KK Pathak News: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को लेकर विधानसभा में गुरुवार (22 फरवरी) को भी हंगामा देखने को मिला. सदन में कार्यवाही शुरू होने के तुरंत बाद ही विपक्षी दलों के नेता हंगामा करने लगे और केके पाठक के द्वारा स्कूल टाइमिंग को लेकर दिए गए आदेश का विरोध किया. इस मामले में बिहार की लालू यादव की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने एक बार फिर केके पाठक के बहाने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा है. पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि केके पाठक का कोई अधिकार नहीं है कि किसी भी विश्वविद्यालय के वीसी को बुलाकर बैठक करें, वह अधिकार सिर्फ महामहिम राज्यपाल को होती है.


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राबड़ी देवी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी वालों ने अधिकारियों का मन बढ़ा दिया है. वह बढ़ावा देते हैं इसलिए अब उनकी बात अधिकारी नहीं आ रही है. बिहार में अफसरशाही हावी हो गई है और गुंडराज आ गया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एक तरफ कहते हैं कि केके पाठक बहुत ईमानदार व्यक्ति हैं और दूसरी तरफ केके पाठक के मुख्यमंत्री के आदेश को ही नहीं मान रहे हैं. जब विपक्ष केके पाठक को लेकर सदन में आवाज उठाता है, तो सीएम नीतीश कुमार दोनों तरफ बोलते हैं. ऐसा नहीं चल सकता क्योंकि मुख्यमंत्री को तय करना होगा कि केके पाठक की कार्यशैली कैसी है.


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वहीं केके पाठक पर विपक्ष के हंगामे पर शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि विपक्ष के लोग एक के बाद एक मुद्दा उठाते जा रहे हैं, सभी की दिशाएं एक ही हैं. विपक्ष के विधायक किसी वीडियो और गाली की बात कर रहे हैं, मैंने सुना है कि कल यह मुद्दा बिहार विधान परिषद में भी उठाया गया था. शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि किसी भी अधिकारी को यह अधिकार नहीं है कि वह किसी भी सामान्य नागरिक को गाली दे. अगर किसी ने ऐसा किया है तो इस पर गौर किया जाएगा.