Nawada Dalit Basti Fire: दलितों की चीखें भी बिहार सरकार को गहरी नींद से नहीं जगा सकीं, राहुल गांधी का तगड़ा रिएक्शन
Nawada Dalit Basti Fire: बिहार में चुनाव को अभी एक साल हैं. उससे पहले विपक्ष को नवादा दलित बस्ती अग्निकांड के रूप में एक बड़ा मौका मिल गया है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के अलावा पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी नीतीश सरकार करारा वार किया है.
Nawada Dali Basti Fire: बिहार के नवादा में दलित बस्ती को जलाने की घटना को लेकर कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने नीतीश सरकार पर करारा हमला बोला है. राहुल गांधी ने कहा, दलितों की चीखें भी बिहार सरकार को गहरी नींद से नहीं जगा सकीं. राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, नवादा में महादलितों की पूरी बस्ती को आग के हवाले करना और 80 से अधिक परिवारों के घरों को नष्ट करना बिहार में बहुजनों के खिलाफ अन्याय की भयावह तस्वीर को उजागर करता है. उन्होंने कहा कि अपने घर और संपत्ति खोने वाले दलितों की चीखें और भीषण गोलीबारी से वंचित समाज में पैदा हुआ आतंक बिहार सरकार को नहीं जगा सका, जो सो रही है.
READ ALSO: नवादा के बहाने जेहन में उतर आए लक्ष्मणपुर बाथे, शंकर बिगहा और बेलछी नरसंहार
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि ऐसे अराजकतावादी तत्व भाजपा और उसके एनडीए सहयोगियों के नेतृत्व में आश्रय पाते हैं. वे बहुजनों को डराने और दबाने का काम करते हैं, ताकि वे अपने सामाजिक और संवैधानिक अधिकारों की मांग भी न कर सकें और प्रधानमंत्री की चुप्पी इस बड़ी साजिश पर मुहर लगाती है. राहुल गांधी ने इस शर्मनाक अपराध के लिए सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और पीड़ित परिवारों को पुनर्वासित कर न्याय दिलाने की मांग की है.
एआईसीसी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा, यह कृत्य बेहद भयावह है. नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि नवादा की घटना कानून-व्यवस्था के पतन को दर्शाती है. एक्स पर एक पोस्ट में प्रियंका गांधी ने कहा, दर्जनों राउंड फायरिंग कर आतंक फैलाना और लोगों को बेघर करना यह दर्शाता है कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है.
READ ALSO: 'मांझी-पासवान को लड़ा रहा यादव समाज',नवादा मामले पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम का बयान
प्रियंका गांधी वाड्रा ने दावा किया कि गरीब असुरक्षा और भय के साये में जीने को मजबूर हैं. उन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और सभी पीड़ितों के समुचित पुनर्वास की मांग की. बता दें कि बुधवार को नवादा की एक दलित बस्ती में आग लगा दी गई थी. नवादा जिले के सदर-2 के उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) सुनील कुमार ने पुष्टि की कि यह घटना संपत्ति विवाद से उपजी है.