Ranchi Assembly Seat: रांची विधानसभा सीट को लेकर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है. इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग फार्मूले के तहत झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और कांग्रेस मिलकर 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अपनी पहली सूची में 35 उम्मीदवारों के नाम जारी किए हैं, जबकि कांग्रेस ने अब तक 21 उम्मीदवारों की सूची जारी की है. लेकिन रांची विधानसभा सीट को लेकर अब तक कोई स्पष्टता नहीं है कि यह सीट किसके खाते में जाएगी. सूत्रों के मुताबिक रांची सीट से फिर से झारखंड मुक्ति मोर्चा का उम्मीदवार हो सकता है.


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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रांची सीट को लेकर इस असमंजस के बीच कांग्रेस में असंतोष की स्थिति बनी हुई है. कांग्रेस नेता आदित्य विक्रम जायसवाल ने प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा है कि राहुल गांधी हमेशा भागीदारी के आधार पर हिस्सेदारी की बात करते हैं, लेकिन प्रदेश नेतृत्व इस सिद्धांत को नजरअंदाज कर रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व रांची सीट को झारखंड मुक्ति मोर्चा को देने की तैयारी कर चुका है, जो कि रांची में कांग्रेस के संगठन के लिए हानिकारक साबित होगा.


साथ ही आदित्य विक्रम जायसवाल ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश की कार्यशैली पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि प्रदेश अध्यक्ष एक रिमोट अध्यक्ष की तरह काम कर रहे हैं. उन्होंने मांग की कि प्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल के नेता रांची सीट पर कांग्रेस क्यों नहीं लड़ रही है, इसका जवाब दें. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि रांची के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अंधेरे में रखा जा रहा है और उनके साथ उचित संवाद नहीं हो रहा है.


इनपुट- जी बिहार झारखंड ब्यूरो 


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