Rupauli By-Election Result: रुपौली उपचुनाव में किसे मिलेगी जीत, रिजल्ट पर टिकी सबकी निगाहें, काउंटिंग शुरू
Rupauli By-Election Result: मतगणना के लिए पूर्णिया कॉलेज परिसर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. काउंटिंग सेंटर की ओर आने-जाने वाले रास्तों में जगह-जगह ड्रॉप गेट भी बनाए गए हैं. सुरक्षा के मद्देनजर 70 दंडाधिकारियों की तैनीती की गई है.
Rupauli By-Election Result 2024: बिहार की रुपौली विधानसभा पर हुए उपचुनाव का रिजल्ट आज (शनिवार, 13 जुलाई) को घोषित होना है. इसके लिए सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है. मतगणना के लिए कुल 28 टेबल लगाए गए हैं. पूर्णिया कॉलेज परिसर में मतगणना हो रही है. माना जा रहा है कि दोपहर तक हार जीत का फैसला हो जाएगा. बता दें कि 10 जुलाई को रुपौली में वोटिंग हुई थी. चुनाव आयोग के मुताबिक 52.75 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. उपचुनाव में बीमा भारती, कलाधर मंडल और शंकर सिंह समेत 11 प्रत्याशी खड़े हुए थे. आज सबकी किस्मत का फैसला हो जाएगा.
त्रिकोणीय मुकाबले में किसको मिलेगी सफलता?
यहां से विधायक रहीं बीमा भारती के इस्तीफे के कारण उपचुनाव कराना पड़ा है. वह 2020 में जेडीयू के सिंबल पर विधायक बनीं थीं. लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने विधानसभा की सदस्यता के साथ-साथ जेडीयू से भी रिजाइन कर दिया और आरजेडी के सिंबल पर पूर्णिया से लोकसभा का चुनाव लड़ा, लेकिन उनको करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था. राजद ने बीमा भारती पर ही भरोसा जताया तो जेडीयू से कलाधर मंडल को टिकट मिला. पूर्व विधायक शंकर सिंह ने LJPR से बगावत करके निर्दलीय खड़े होकर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है.
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दांव पर लगी NDA-महागठबंधन की साख
उपचुनाव से पहले एनडीए और महागठबंधन के दिग्गज नेताओं ने इस सीट को लेकर अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव समेत दोनों गठबंधन के दर्जनों मंत्री एवं पूर्व मंत्री यहां डेरा डाल हुए थे. लोकसभा चुनाव में राजद नेता तेजस्वी यादव की कड़ी मेहनत के बाद भी एनडीए ने 40 में से 30 सीटों पर जीत हासिल की. 22 सीटों पर लड़ी आरजेडी को केवल 4 सीटें मिलीं. पूर्णिया लोकसभा चुनाव में तेजस्वी यादव ने बीमा भारती के लिए कई दिन कैंप किया. इसके बावजूद निर्दलीय पप्पू यादव चुनाव जीत गए. वहीं जेडीयू की यह परंपरागत सीट मानी जाती है. इसलिए यहां जेडीयू उम्मीदवार की जीत नीतीश कुमार के लिए बेहद जरूरी है.