नीतीश कुमार को संयोजक बनाने पर पवार-अखिलेश-ममता-केजरीवाल सहमत, उद्धव ठाकरे ने की फोन पर बात
इंडिया ब्लॉक को लेकर बड़ी खबर आ रही है. बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार को संयोजक बनाए जाने को लेकर टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, एनसीपी पवार गुट के प्रमुख शरद पवार आदि नेता सहमत दिख रहे हैं.
Lok Sabha Election 2024: इंडिया ब्लॉक को लेकर बड़ी खबर आ रही है. बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार को संयोजक बनाए जाने को लेकर टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, एनसीपी पवार गुट के प्रमुख शरद पवार आदि नेता सहमत दिख रहे हैं. शिवसेना ठाकरे गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से फोन पर बात भी की है. बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार के अनुभव को देखते हुए ये सभी नेता उनको संयोजक बनाए जाने को लेकर एकमत हो गए हैं. कुछ और दलों से बातचीत की जा रही है. जैसे ही सबकी सहमति बन जाती है, नीतीश कुमार को संयोजक का पद आफर किया जा सकता है. इस तरह आने वाले दिन इंडिया ब्लॉक के लिए बड़े ही महत्वपूर्ण हो सकते हैं. बताया जा रहा है कि इसी हफ्ते इंडिया ब्लॉक की बैठक भी हो सकती है.
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से फोन पर बातचीत की. पहले बताया जा रहा था कि इस दौरान सीट शेयरिंग के फॉर्मूले पर बातचीत हुई लेकिन माना यह भी जा रहा है कि इस दौरान नीतीश कुमार को संयोजक पद देने को लेकर भी चर्चा हुई होगी.
बता दें कि नीतीश कुमार शुरुआत से ही इंडिया ब्लॉक के गठन के लिए प्रयासरत रहे हैं. उनके ही प्रयासों का नतीजा है कि आज इंडिया का बैनर बन पाया है. नीतीश कुमार की पहल के बाद ही ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, अखिलेश यादव आदि नेता एक मंच पर आकर कांग्रेस के साथ बातचीत करने को तैयार हुए. इन सबका क्रेडिट अगर किसी एक आदमी को जाता है तो वह हैं नीतीश कुमार.
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नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू की शुरू से ही यह मांग थी कि नीतीश कुमार को या तो पीएम पद का चेहरा घोषित किया जाए या फिर गठबंधन का संयोजक नियुक्त किया जाए. इंडिया ब्लॉक की चौथी बैठक के लिए रवाना होने से पहले नीतीश कुमार को उम्मीद थी कि इस बार उनके नाम की लॉटरी निकल जाएगी, लेकिन बैठक खत्म होने से पहले ही वे निकल गए और पटना लौट आए.
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पटना आने के बाद नीतीश कुमार ने जनता दल यूनाइटेड की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और जेडीयू राष्ट्रीय परिषद की बैठक बुला ली. उसके बाद से ललन सिंह के पर कतरे जाने की खबरें आने लगीं. 29 दिसंबर को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में ललन सिंह ने अध्यक्षी छोड़ दी और नीतीश कुमार ने अध्यक्षी संभाल ली. उसके बाद से नीतीश कुमार के पाला बदलने को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया. तभी से इंडिया ब्लॉक के नेताओं को लगा कि नीतीश कुमार को संयोजक का पद सौंपना जरूरी है नहीं तो बीच मंझधार में अगर वे भाजपा के साथ हो गए तो पूरा खेल बनने से पहले ही बिगड़ जाएगा.