पटना : बिहार में नई सरकार के गठन के बाद से सियासी बयानबाजी तेज है. भाजपा किसी भी हालत में नीतीश सरकार को उनके मंत्रियों को और महागठबंधन के नेताओं को घेरने से पीछे नहीं हट रही है. एक-एक कर महागठबंधन के नेताओं और नीतीश कुमार पर भाजपा के नेताओं द्वारा निशाना सादा जा रहा है.


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ऐसे में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री, भाजपा नेता एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जदयू अध्यक्ष ललन सिंह और राजद उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने ही कभी अदालत और सीबीआई को वे दस्तावेज उपलब्ध कराये थे, जिससे चारा घोटाला के सभी पांच मामलों में लालू प्रसाद को सजा हुई. आज ये दोनों अगर सीबीआई को कोस रहे हैं और लालू प्रसाद के कसीदे पढ़ रहे हैं, तो लोकलाज छोड़ कर कौन बदल गया?



सुशील मोदी ने आगे सोशल मीडिया पर लिखा कि अगर हिम्मत हो तो ललन सिंह घोषणा करें कि लालू प्रसाद निर्दोष हैं और उनके विरुद्ध दिये गए उनके सारे कागजात फर्जी हैं. जो खुद तीन माह में बदल गए, उन्हें दूसरों पर तंज कसने का क्या हक है?



उन्होंने कहा कि जिस आईआरसीटीसी घोटाले में तेजस्वी प्रसाद यादव पर चार्जशीट दाखिल है, उसके कागजात भी जांच एजेंसियों को ललन सिंह ने उपलब्ध कराये थे.



सुशील मोदी ने कहा कि नौकरी के बदले जमीन लिखवाने के मामले में भी ललन सिंह ने जांच एजेंसियों का सहयोग किया, लेकिन अब उन्हें सीबीआई बुरी लग रही है.