पटना : पटना के गांधी मैदान में हो रहे शिक्षक भर्ती के दूसरे चरण के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह की तैयारियां तेजी से चल रही है. इस अवसर पर गांधी मैदान में लगाए गए पोस्टरों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर है, लेकिन उसमें तेजस्वी यादव की तस्वीर नहीं है. नीतीश के पोस्टर पर तेजस्वी की फोटो नहीं होने पर बिहार की राजनीति में एक बार फिर चर्चाएं तेज हो गई है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि नीतीश कुमार के होर्डिंग पर तेजस्वी का नाम नहीं हो, लेकिन यह सरकार महागठबंधन की है. तेजस्वी यादव ने जो दस लाख नौकरियों का वादा किया था, वह पूरा हो रहा है. इस दौरान शिक्षा मंत्री की अवस्था पोस्टर पर नहीं है, जिसके बारे में विभिन्न राजनीतिक नेता अवसाद व्यक्त कर रहे हैं. इस पर जेडीयू नेता छोटू सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री तो नीतीश कुमार ही हैं, जो कुछ विकास हो रहा है या लोगों को रोजगार मिल रहा है, तो इसमें कोई गलती नहीं है.


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा गांधी मैदान से दूसरे चरण में चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देने का कार्यक्रम है, जिसमें 96,823 शिक्षक शामिल हैं. इस समय पटना के आयकर गोलंबर पर 'रोजगार का मतलब नीतीश सरकार' लिखा हुआ. जिसमें सबसे ऊपर नीतीश कुमार की तस्वीर है और नीचे तेजस्वी यादव का नाम है, लेकिन शिक्षा मंत्री का नाम दिखाई नहीं देता है. इस पर कई आरजेडी नेता यह कह रहे हैं कि तेजस्वी यादव ने रोजगार का वादा किया है और वह वादा पूरा हो रहा है.


जेडीयू नेता छोटू सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ही वह चेहरा है जो विकास कर रहा है और लोगों को रोजगार मिल रहा है, तो इसमें कोई गलती नहीं है और राजनीतिक विवाद बेताब है. इस घड़ी में राजनीतिक दलों के बीच तीव्र टकराव देखने को मिल रहा है. जिसमें पोस्टरों की कमी पर चर्चा हो रही है और सरकारी कार्यक्रम पर उठे सवालों की उत्तर देने की मांग की जा रही है.


ये भी पढ़िए- Top Up loan : होम लोन पर ऐसे लें टॉपअप लोन, किसी भी गारंटी नहीं है जरूरत