‘देश किसी के बाप का नहीं…’ तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी से कर दी ये बड़ी मांग
Bihar Politics: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पीएम मोदी पर लगातार हमलावर हैं. इसी कड़ी में उन्होंने आज कहा कि यह देश किसी के बाप का नहीं है. कोई चाह लेगा तो किसी को भगा दे. आडवाणी का रथ रोका अब मोदी का रथ रुकेगा. इस अलावा उन्होंने ओवैसी को बीजेपी का बी टीम बताया.
पटना:Bihar Politics: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पीएम मोदी पर लगातार हमलावर हैं. इसी कड़ी में उन्होंने आज कहा कि यह देश किसी के बाप का नहीं है. कोई चाह लेगा तो किसी को भगा दे. आडवाणी का रथ रोका अब मोदी का रथ रुकेगा. इस अलावा उन्होंने ओवैसी को बीजेपी का बी टीम बताया. तेजस्वी यादव ने ये बातें बिहार स्टेट हैंडलूम विमर्श कोऑपरेटिव यूनियन के 75वीं वर्षगांठ और बुनकर एवं अंसारी सम्मेलन में कही. इस कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी के अलावा मंत्री विजय चौधरी, मंत्री संजय झा, मंत्र समीर महासेठ, श्रवण कुमार और जमा खान भी मौजूद रहे. तेजस्वी यादव ने कहा की हम बुनकर अंसारी समाज के साथ खड़े हैं. जो हमारे पिता ने काम किया उस काम को हम आगे बढ़ाएंगे बुनकरो के हित में सरकार काम करेगी.
तेजस्वी ने आगे कहा कि देश में एक तानाशाह बैठा है जो हुक्म देता है उसको निभाया जा रहा. लोकतंत्र खतरे में हैं. संविधान के साथ छेड़छाड़ हो रही है. मेक इन इंडिया, सबको घर देंगे, किसानों के बुरा हुआ एक भी मुद्दे पूरे नहीं हुए. हम मुद्दे की बात करते हैं ये हिन्दू मुसलमान की बात करते हैं. जहर बोने का काम करते हैं ये देश किसी के बाप का नहीं. कर्नाटक में हार रहे थे तो हनुमान जी याद आने लगे. हारने लगे तो नफरत फैलाने लगे. पीएम इस तरह के बयान दें रहे थे. हम तो पहले ही बोले थे बजरंगबली बीजेपी से नाराज़ हैं. यहां भी लोगों ने बिहारशरीफ़, सासाराम में दंगा फैलाने का काम किया. हम लोग कुछ नहीं होने देंगे. हमलोग एक हो गए तो मोदी हो या कोई और टिकने नहीं देंगे.
तेजस्वी ने ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा कि किसी भी बाहर वाले की बातों में आप न आएं खासतौर पर युवाओं को समझाएं किसी दूसरे की बातों में न आएं. हम लोगों पा छापेमारी होती है लेकिन इनकी बी टीम पर छापेमारी नहीं होती है. मोदी जी को मुग़ल गार्डन का नाम बदल देना है बख्तियारपुर का भी नाम बदलने की तैयारी थी. लेकिन नीतीश जी ने रोक लिया. आप साथ रहे हम आपके लिए काम करेंगे.
इनपुट- रूपेंद्र श्रीवास्तव