Amit Shah Lauria Rally: अमित शाह की रैली के लिए बिहार बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी है. बिहार प्रदेश प्रभारी विनोद तावड़े से लेकर प्रदेश अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल (Dr. Sanjay Jaiswal) और प्रदेश के अन्य वरिष्ठ नेताओं की टीम अमित शाह (Amit Shah Rally) की रैली के लिए जी-जान लगाए हुए हैं. बिहार के राजनीतिक हलकों में दावा किया जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) भी अमित शाह की रैली का हिस्सा हो सकते हैं. हालांकि अभी इसकी पुष्टि न तो उपेंद्र कुशवाहा और न ही बीजेपी की ओर से की जा रही है. ऐसा कर उपेंद्र कुशवाहा यह जाहिर कर सकते हैं बिहार में जेडीयू के विकल्प के तौर पर उनकी पार्टी पूरी ताकत से एनडीए के साथ खड़ी है. इस दौरान उपेंद्र कुशवाहा लव-कुश समाज को रिझाने की भी कोशिश कर सकते हैं. 


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संजय जायसवाल मिले थे उपेंद्र कुशवाहा से 


उपेंद्र कुशवाहा के अमित शाह की रैली में शामिल होने की संभावनाओं को इसलिए बल मिल रहा है कि जिस दिन जेडीयू से कुशवाहा अलग हुए, अगले ही दिन बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल उनसे मिलने और कुशलक्षेम पूछने पहुंच गए. दोनों नेताओं के बीच लंबे समय तक गुफतगू हुई. हालांकि दोनों ने इसे शिष्टाचार भेंट बताया पर कहा जा रहा है कि इस मुलाकात के बहाने उपेंद्र कुशवाहा मन ही मन एनडीए के साथ हो चुके हैं और केवल आधिकारिक ऐलान बाकी है. 


चंपारण रैली से लोकसभा चुनाव का शंखनाद 


नई पार्टी के गठन के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने 28 फरवरी से बिहार की यात्रा पर निकलने का ऐलान किया था और वे अपनी यात्रा चंपारण की पावन भूमि से ही करना चाहते हैं. इस बीच यह भी खबर आ रही है कि इससे पहले 25 फरवरी को वे बिहार के लौरिया में होने वाली अमित शाह की रैली में शामिल हो सकते हैं. बिहार में लोकसभा चुनाव के ​लिहाज से अमित शाह की चंपारण की रैली एक तरह से बीजेपी की ओर से शंखनाद होगी यानी अमित शाह की ओर से बिहार में बीजेपी लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंकने जा रही है. 


दावा,राजद-जेडीयू के कई विधायक संपर्क में 


उपेंद्र कुशवाहा का दावा है कि जेडीयू में जल्द ही बड़ी टूट होने जा रही है. उन्होंने कई सांसदों और विधायकों के खुद के संपर्क में होने का दावा किया और कहा कि जल्द ही वे राष्ट्रीय लोक जनता दल में शामिल हो सकते हैं. कुशवाहा ने तो यहां तक कहा कि जल्द ही वे ऐसे नामों का ऐलान भी कर देंगे. उधर, उपेंद्र कुशवाहा के करीबियों का तो यहां तक कहना है कि राजद के भी कई विधायक उनके संपर्क में हैं. इसका कारण यह है कि राजद के जो विधायक नीतीश कुमार और जेडीयू विरोध की राजनीति कर रहे थे, उन्हें अब इनका गुणगान करना पड़ रहा है. इस कारण वे नेता राजद नेतृत्व से नाखुश बताए जा रहे हैं और जल्द ही उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी का हिस्सा बन सकते हैं. ये सब बातें अगर आगे जाकर सही साबित होती हैं तो फिर उपेंद्र कुशवाहा आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति में अहम रोल अदा कर सकते हैं.