पटना: अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की पुलिस सुरक्षा के बीच हत्या के मामले में राजनीतिक बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है. यूपी में हुई ये हत्या बिहार के सियासत को सुलगा रही है. एक तरफ जहां अतीक और अशरफ की हत्या के खिलाफ नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव बयानबाजी कर रहे हैं. वहीं बिहार की राजधानी पटना में रोजा की अंतिम नमाज के बाद अतीक अहमद अमर रहे के नारे ने यहां की सियासत की आग में घी डालने का काम किया है. इसको लेकर एक तरफ तो भाजपा नेता सुशील मोदी नीतीश सरकार पर हमलावर हैं और यथाशीघ्र नारे लगाने वाले के खिलाफ कार्रवाई करने की सरकार से मांग कर रहे हैं तो दूसरी तरफ नीतीश और तेजस्वी पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी जमकर निशाना साधा है. 


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गिरिराज सिंह ने नीतीश सरकार और तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कह दिया कि बिहार में तो 'अतीक जी' वाली सरकार है. याद होगा कि तेजस्वी यादव ने  माफिया अतीक अहमद को 'अतीक जी' कहकर संबोधित किया था. उस समय वह कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की तरह जमकर ट्रोल हुए थे. अब उसी को लेकर गिरिराज सिंह ने भी निशाना साधते हुए कहा कि अगर हिम्मत है तो यूपी में यही नारा लगाकर दिखाएं. 


वहीं गिरिराज सिंह ने अतीक अहमद की हत्या पर दिए बयान पर कहा कि असदुद्दीन ओवैसी देश में आतंकवादी पैदा करने की फैक्ट्री चला रहे हैं. वह देश को इस्लामिक स्टेट के तौर पर बनाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि ओवैसी अपने हर बयान में जहर उगलते हैं और देश को तोड़ने की बात करते हैं. उन्होंने आगे कहा कि उनके भाई का 15 मिनट पुलिस हटा लो वाला बयान तो सुना ही होगा ओवैसी तो सर तन से जुदा का नारा लगाने वालों को जेल से रिहा करवाते हैं. ओवैसी अतीक के हत्यारों को गोडसे बताकर माफिया अतीक अहमद को गांधी बता रहे हैं. 


सुशील मोदी ने भी लोगों को सावधान करते हुए कहा था कि ऐसे लोगों से सावधान रहें जो वोट बैंक की राजनीति के लिए अपराधी और माफिया के समर्थन में नारेबाजी करते हैं. 


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यूपी में हुई इस हत्या को लेकर बिहार सरकार को चेतावनी देते हुए सुशील मोदी ने कहा था कि बिहार में इससे सामाजिक सौहार्द को खतरा ना हो इसके लिए समाज, सरकार और प्रशान को पूरी तरह सतर्क रहना होगा. उन्होंने बिहार में हुई हत्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार में पुलिस सुरक्षा के बीच बिहार के मंत्री बृजबिहारी प्रसाद, अजीत सरकार और अशोक सिंह की हत्या हुई थी. ऐसे में माफिया की हत्या के मामले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. 


वही विजय सिन्हा ने साफ कहा था कि  बिहार सरकार के तुष्टीकरण का नतीजा माफिया अतीक अहमद के समर्थन में की गई नारेबाजी है. अतीक के पक्ष में जिसने भी नारा लगाया है उसने देश का अपमान किया है. विजय सिन्हा ने पुलिस की मौजूदगी में इंदिरा गांधी की हत्या का भी जिक्र किया, विजय सिन्हा ने आगे तेजस्वी पर निशाना साधते हुए कहा कि अतीक की हत्या को संविधान की हत्या बताने वाले स्पष्ट करना चाहिए कि पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या में संविधान की क्या भूमिका थी? उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों में ऐसे सैकड़ों मामले मौजूद हैं जहां पुलिस की मौजूदगी में लोगों की हत्या कर दी गई.