बिहार: दिल्ली ही नहीं पटना की आबोहवा भी हुई जहरीली, 400 के पार पहुंचा AQI
लोग आंखों में जलन महसूस कर रहे हैं. दो नवंबर की रात तक AQI का स्तर 428 था, जबकि तीन नवंबर की रात 8 बजे तक औसतन 414 मापा गया. 25 अक्टूबर को एक्यूआई स्तर 103 था, जबकि 10 दिन बाद तीन नवंबर को 413 है. करीब 4 गुणा हो गया है.
पटना: देश की राजधानी दिल्ली ही नहीं बिहार की राजधानी पटना भी प्रदूषण (Pollution) से जूझ रहा है. लगातार प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है. राजधानी पटना में प्रदूषण का स्तर 413 से ज्यादा पहुंच गया है, जिसने लोगों को दिक्कत में डाल दिया है. पटना (Patna) में वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर हो गई है. पिछले दो दिनों से लगातार एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 से अधिक है.
यह लोगों की सेहत के लिए हानिकारक है. लोग आंखों में जलन महसूस कर रहे हैं. दो नवंबर की रात तक AQI का स्तर 428 था, जबकि तीन नवंबर की रात 8 बजे तक औसतन 414 मापा गया. 25 अक्टूबर को एक्यूआई स्तर 103 था, जबकि 10 दिन बाद तीन नवंबर को 413 है. करीब 4 गुणा हो गया है.
पटना की हवा और जहरीली हो गई है. पीएम 2.5 की मात्रा औसत से चार गुणा अधिक हो गया है. सांस लेने लायक हवा में धूलकण की मात्रा मानक से चार गुणा अधिक है. आसपास खेतों में पराली जलाने के कारण हवा प्रदूषित हो गई है. बड़े स्तर पर खुले में निर्माण कार्य होने की वजह से भी प्रदूषण का लेवल बढ़ा है.
बीते 10 दिने में कुछ यूं रहा पटना का AQI:
25 अक्टूबर 103
26 अक्टूबर 100
27 अक्टूबर 213
28 अक्टूबर 359
29 अक्टूबर 365
30 अक्टूबर 354
31 अक्टूबर 343
1 नवंबर 385
2 नवंबर 428
3 नवंबर 413
प्रदूषण से बचाव के लिए क्या करें?
प्रदीषण से बचने के लिए घरों के अंदर ही रहें. काम पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें. सांस लेने में दिक्कत होने, चक्कर आने, आंख में समस्या होने पर डॉक्टर से संपर्क करें. फेफड़े या हृदय रोगियों को अपनी दवा उपलब्ध रखनी चाहिए. अगर मास्क इस्तेमाल करते हैं तो एन-95 सर्टिफाइड मास्क का ही इस्तेमाल करें. खाना बनाने या गर्म करने के लिए धुआं रहित गैस या बिजली का ही उपयोग करें. पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें.