सुपौलः बिहार में स्वास्थ्य विभाग को लेकर भले ही स्वास्थ्य मंत्री चिंता कर रहे हों मगर सुपौल सदर अस्पताल में एक महादलित परिवार का बेटा टेटनेस रोग से ग्रसित होकर सरकारी एंबुलेंस के लिए तरस रहा है. बीते 24 घंटे से ज्यादा का समय बीतने के बाबजूद भी सरकारी एम्बुलेंस तेल के अभाव में खड़ा है. ऐसे में गरीब लाचार पिता स्वास्थ्य मंत्री से गुहार लगा रहा है, 


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नहीं मिली सरकारी एंबुलेंस
दरअसल सुपौल सदर थाना इलाके के हरदी गांव के वार्ड नंबर एक का महादलित परिवार का राजकुमार सादा रविवार की सुबह करीब 8:00 बजे सुपौल सदर अस्पताल मे इलाज के लिए एडमिट हुआ था. जहां सदर अस्पताल के चिकित्सक के द्वारा इलाज के दौरान डॉक्टर ने उसे टेटनेस रोग से ग्रसित होने के उपरांत दरभंगा डीएमसीएच रेफर कर दिया मगर 24 घंटे से ज्यादा समय बीत चुका है, बावजूद महादलित परिवार का सदस्य राजकुमार सादा को सरकारी एंबुलेंस मुहैया तक नहीं कराया जा सका है. 


DMCH ले जाना है मरीज
मरीज के पिता का कहना है की टेटेनस रोग से ग्रसित बेटे को रेफर के बाद DMCH ले जाना चाह रहा हूं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा सरकारी एम्बुलेंस मे तेल का आवंटन नहीं होने की वजह से सरकारी एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं करवाया जा सका गरीब लाचार बेबस पिता के पास इतने पैसे नहीं है की वो रुपये खर्च कर प्राइवेट एम्बुलेंस कर ले जा सके. वहीं लाचार पिता स्वास्थ्य मंत्री से गुहार लगा रहा है. हालांकि इस बाबत हमने सुपौल सदर अस्पताल में तैनात चिकित्सक डॉ अजय कुमार झा से जब सवाल किया तो उन्होंने कहा कि टिटनेस रोग से मरीज ग्रसित जरूर है, जिसे रेफर किया गया है मगर सरकारी एंबुलेंस में तेल के अभाव की वजह से मरीज को ले जाया नहीं जा सका है. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की ओर से कदम उठाए जाने की दलील देने में जुटे हैं.