2047 तक देश की सेनाएं इतनी मजबूत होगी कि कोई आंख टेढ़ी कर नहीं देख पाएगा- अमित शाह
अपने दो दिवसीय बिहार दौरे के दूसरे दिन गृहमंत्री अमित शाह किशनगंज पहुंचे थे. यहां कई कार्यक्रमों में शिरकत करने के बाद वह माता गुजरी यूनिवर्सिटी के ऑडिटोरियम में आयोजित आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए.
किशनगंज : अपने दो दिवसीय बिहार दौरे के दूसरे दिन गृहमंत्री अमित शाह किशनगंज पहुंचे थे. यहां कई कार्यक्रमों में शिरकत करने के बाद वह माता गुजरी यूनिवर्सिटी के ऑडिटोरियम में आयोजित आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए. जहां मेडिकल के छात्र-छात्राओं ने देश भक्ति गीतों पर नृत्य कर लोगों का मन मोह लिया.
युवाओं का विकास होगा, तभी देश का विकास होगा
उसके उपरांत गृह मंत्री ने अपने संबोधन में छात्र-छात्राओं से कहा कि आपका विकास होगा, तभी देश का विकास होगा. आप के विकास के बगैर देश का विकास संभव नहीं होगा. उन्होंने कहा कि जब देश महान बनता है तब हम सब महान बनते हैं. मतलब भारत महान बनता है तो भारतीय महान बनते हैं. गृहमंत्री ने कहा कि हम जब आजाद हुए देश में सुई तक नहीं बनाते थे और आज मंगल ग्रह तक में जाने वाला भारत बन चुका है.
अमित शाह ने कहा इस देश में लोकतंत्र की जड़ें पताल से भी गहरी चली गई हैं
गृहमंत्री ने कहा हमारी लोकतंत्र की जड़ें पताल से भी गहरी चली गई हैं. इस देश में अनेक बार सत्ता परिवर्तन हुई लेकिन खून का एक कतरा भी नहीं बहा. अमित शाह ने चुनाव का जिक्र कर कहा कि देश की जनता किसी को चुने या नहीं कोई फर्क नही पड़ा. जो चुनकर आये वो देश में शासन करने लगे. इससे दुनिया में हमने मिसाल कायम की है. गृह मंत्री ने कहा कि 2047 में देश की आजादी का शताब्दी मनाई जाएगी.
देश की सेना 2047 तक इतनी मजबूत होगी कि कोई आंख टेढ़ी कर नहीं देख पाएगा
अमित शाह ने कहा कि 75 साल से 100 साल के बीच अमृत काल है. इस काल के दौरान तय होगा देश कहां होगा. क्या लक्ष्य तय करना है, इस दौरान देश की सेनाएं इतनी आधुनिक और मजबूत बनेगी कि कोई हमारे देश के सामने टेढ़ी नजर से भी नजर डालने की हिम्मत नहीं करेगा.
इससे पहले सशस्त्र सीमा बल के कार्यक्रम में अमित शाह ने कहा कि सशस्त्र सीमा बल के बहादुर जवानों ने अपने साहस और पराक्रम से एक लंबी लड़ाई लड़कर देश के पूर्वी क्षेत्रों से वामपंथी उग्रवाद को जड़ से समाप्त करने में अतुलनीय योगदान दिया है. सशस्त्र बलों के त्याग, समर्पण व बलिदान को कृतज्ञ राष्ट्र कभी भुला नहीं पाएगा. उन्होंने आगे कहा कि मोदी जी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद सीमा पर आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देकर सीमाओं की सुरक्षा के प्रति अपने संकल्प को दर्शाया है. 2008-2014 तक सीमा इन्फ्रास्ट्रक्चर का जो बजट मात्र ₹23700 करोड़ था उसे बढ़ाकर पीएम मोदी ने 2014-2020 में ₹44600 करोड़ किया है.
(रिपोर्ट- अमित कुमार सिंह)
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