मधेपुराः कश्‍मीर घाटी में निशाना बनाकर हत्‍या करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले के शिकार बिहार के मधेपुरा स्थित कुमारखंड के बैसाढ़ गांव निवासी मजदूर एमडी अमरेज की मौत हो गई है. मजदूर की मौत के बाद घर में मातमी सन्नाटा पसर गया है, वहीं परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है.


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क्या है पूरा मामला
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले के तहसील स्थित अजस सादुनारा गांव में आतंकवादियों ने बीते शुक्रवार को बिहार के मधेपुरा जिले के कुमारखंड स्थित बैसाढ गांव निवासी प्रवासी मजदूर एमडी अमरेज की गोली मारकर हत्या कर दी. मृतक एमडी अमरेज अपने गांव से चार माह पूर्व मजदूरी करने श्रीनगर के जम्मू कश्मीर गया था. इनके साथ एक और भाई भी थे. घटना की सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया.


परिजनों का रो रोकर बुरा हाल
मजदूर एमडी अमरेज की मौत के बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. वहीं स्थानीय जनप्रतिनिधि समेत गांव के सैकड़ों लोग मृतक अमरेज के घर पहुंच कर स्वंतवाना दे रहे हैं. बताया जा रहा है कि मृतक इंटर पास कर गरीबी बेबसी और लाचारी के कारण अपना प्रदेश छोड़कर दूसरे प्रदेश मजूरी करने गया था. ताकि परिवार का भरण पोषण हो सके, लेकिन आतंकवादी को रास नहीं आया और उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई. मृतक की मां रो रो कर बताती है बेटा रोज वीडियो कॉलिंग बात करता था जिस दिन हत्या हुई उस दिन भी हत्या से पूर्व वीडियो कॉलिंग कर पूरे परिवार का हाल चाल जाना.


परिजनों को मिले दस लाख रुपये का मुआवजा
मृतक के पिता किसी मुकदमे को लेकर कई महीनों से जेल में हैं .वहीं इस घटना को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि भी काफी दुखी और चिंतित हैं पंचायत के मुखिया अनृद्ध यादव बताते हैं काफी दुखद घटना है उन्होंने बताया कि गरीबी के बेरोजगारी के कारण हमारे यहां से लोग प्रदेश कमाने जाते हैं सरकार को इस दिशा ध्यान देना चाहिए. वहीं गांव के समाज सेवी अरुण यादव ने केंद्र और राज्य सरकार से मृतक के परिजनों को 10 लाख मुआवजा तथा एक लड़के को फोर्थ क्लास नौकरी देने की मांग की है.


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