पूर्णिया: Colorful cauliflower: आपने परंपरागत रंग की गोभी तो बहुत बार देखी और खाई भी होगी.  लेकिन क्या आपने कभी पीला ,लाल नीला रंग की गोभी देखी है. नहीं न तो बिहार के किसानों ने अब रंग बिरंगे गोभी की खेती भी शुरू कर दी है. पूर्णिया के युवा किसान अपने खेतों में रंग बिरंगे गोभी की फसल लगा कर न सिर्फ पूर्णिया में बल्कि बिहार में अपनी अलग पहचान बनाई है. अब इनके फसल को देखने और इसकी खेती सीखने के लिए दूर दूर से किसान आते है और इससे जुड़ी बारीकियों को समझते है.


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रंग बिरंगी गोभी से मालामाल हो रहे किसान


ये किसान रंग बिरंगे गोभी के अलावा काले रंग की बंधा गोभी या काले रंग के टमाटर भी उगाते हैं. पूर्णिया से 30 किलोमीटर दूर हेम नगर के युवा किसान खेती में नए प्रयोग कर किसानों के साथ साथ कृषि विभाग का भी दिल जीत लिया है. युवा किसान शशि बताते है कि उनके खेतों में लगी सब्जी की फसल पूर्णतः जैविक है. जो अपने नए रंगों के कारण बाजार में महंगे दामों में बिकते है. शशि सब्जी के अलावा छोटे स्तर पर मछली पालन , पॉली हाउस के माध्यम से पूरे साल सब्जियों का उत्पादन करते है. इनकी माने तो इसके लिए देश और विदेशों में जाकर लाभकारी खेती का प्रशिक्षण लिया है.


किसान शशि से लेनी चाहिए सिख


शशि द्वारा की जा रही खेती को देखने के लिए दूर दूर से किसान आते है. किसान जितेंद्र और तारानंद झा कहते है कि शशि किसानी का आइकॉन है. लोग इनसे सीखते है और कम लागत में ज्यादा मुनाफा का मंत्र जानने आते है. शशि का खेती किसानी में किया गया  मेहनत और इच्छाशक्ति ने शशि के उत्पाद को जिला और राज्य स्तर पर प्रदर्शित करने का मौका दिया है. शशि खेती के साथ साथ खेती की तकनीक सीखाने के लिए भी इलाके में जाने जाते है. अब ऐसे में जरूरत है वैसे लोगों को सबक लेने की जो खेती को घाटे का सौदा मानते है उन्हें शशि से सिख लेनी चाहिए.


इनपुट- मनोज कुमार


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