सहरसाः दिव्यांगों की मदद के लिए सरकार भले ही कई योजनाएं चलाने का दावा कर रही है, लेकिन इनका लाभ उन तक कितना पहुंच रहा है. इस पर गौर करने वाला कोई नहीं है. अगर ऐसे दिव्यांगों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलता, तो वो इस तपती गर्मी और कड़ाके की धूप में हांथों में चप्पल पहनकर नहीं बल्कि सरकार की ओर से मिलने वाली ट्राय साइकिल पर चढ़कर प्रखंड कार्यालय पहुंचते. 


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दोनों पैरों से चलने में युवक लाचार
दरअसल, सहरसा जिले के महिषी प्रखंड का मामला सामने आ रहा है. जहां दिव्यांग रंजीत कुमार जो दोनों पैर से चलने से लाचार है और मजबूरी में उन्हें हांथों का सहारा लेकर चलना पड़ता है. इसके लिए वो अपने दोनों हांथों में चप्पल पहनते हैं. जिन्हें आम लोग अपने पैरों में पहनना पसंद करते हैं. 


सरकार की योजना का दिव्यांग को नहीं मिल रहा लाभ
दिव्यांग रंजीत कुमार कहना है कि वो इंटर की पढ़ाई करके अब बीए में पढ़ रहे हैं, लेकिन सरकार की ओर से मिलने वाला ट्राई साईकिल नहीं मिला है. जिसकी वजह से मजबूरी में उन्हें ऐसे ही आना जाना पड़ता है. वहीं दूसरे दिव्यांग का नाम कामेश्वर चौपाल है जो एक पैर से दिव्यांग हैं. वो नौवीं तक पढ़ाई किए हैं. उनका कहना है कि तीन साल पहले इन्हें एक ट्राई साइकिल मिला था, जो कि टूट फुट गया. उसके बाद उन्हें ट्राई साइकिल का लाभ नहीं मिल सका है. अब आप सोच सकते हैं कि इस तपती गर्मी में लोग जहां बाइक और वाहन से भी आने जाने में कतराते हैं. वैसे में इन दिव्यांगों पर क्या बीतती होगी, जिन्हें इन चिलचिलाती धूप में अपने काम से प्रखंड कार्यालय आना पड़ता है.
(रिपोर्ट-विशाल कुमार)


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