किशनगंज: किशनगंज जिले के दौला पंचायत के ईदगाह के समीप मक्का लूट के आरोपी नूर आलम को गिरफ्तार कर लौट रही पुलिस टीम पर नूर आलम के परिजन और ग्रामीणों ने हमला कर दिया. गिरफ्तार नूर आलम को पुलिस की गिरफ्त से छुड़ाने के लिए ईटा पत्थर और पुलिसकर्मी पर फायरिंग करने से जहां पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गया तो वही ग्रामीणों के हमले से पांच पुलिस कर्मी घायल हो गए. पुलिस ने आत्मरक्षा में दो राउंड फायरिंग कर दी. 


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दरअसल, घटना 14 मई की रात गाछपाड़ा के पास अपराधियों ने एक चालक को अगवा कर मकई लोड ट्रैक्टर को लूट लिया था. इसी मामले में तैयब आलम ने सदर थाना में आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज कराया था. जिसके बाद पुलिस मामले के अनुसंधान शुरू करते हुए तकनीकी अनुसंधान के दौरान नूर आलम और कई आरोपियों का नाम घटना में सामने आया था. जिसके बाद पुलिस ने तकनीकी अनुसंधान के माध्यम से नूर आलम को गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू किया. इसी दौरान नूर आलम की लोकेशन मिलते ही पुलिस ने बिहार बंगाल सीमा पर दबोच लिया. हालांकि किशनगंज पुलिस कप्तान सागर कुमार ने प्रेस रिलीज जारी कर दावा किया है कि आरोपी नूर आलम को किशनगंज जिले के दौला पंचायत के ईदगाह के समीप उसे गिरफ्तार किया गया है.


ग्रामीणों के मुताबिक पुलिस ने जैसे ही ट्रैक्टर से आ रहे नूर आलम को दबोचा की नूर आलम शोर मचाते हुए भागने लगा इसी दौरान नूर आलम के परिजन भी मौके पर पहुंच गए और ग्रामीणों को इकट्ठा कर पुलिस को गिरफ्तारी से रोकने लगे और पुलिस पर ईंट पत्थर से हमला कर दिया. इसके बाद पुलिस ने अपनी आत्मरक्षा के लिए कई राउंड गोली चल दिया हालांकि हमले के दौरान तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए पुलिस ने किसी तरह अपनी जान बचाकर मौके से निकालकर किशनगंज पहुंचे. वहीं घटना के बाद मौके पर पश्चिम बंगाल के दालकोला सीडीपीओ रतिनाथ विश्वास दल बल के साथ मौके पर पहुचकर भीड़ को शांत किया. उन्होंने बताया कि बिहार पुलिस किसी को पकड़ने बंगाल आया था इसी दौरान कई राउंड फायरिंग किया है हम लोगों ने तीन खोखा बरामद किए हैं. बिहार पुलिस छापेमारी के दौरान बंगाल पुलिस को किसी तरह की सूचना नहीं दिया था. जबकि बंगाल पुलिस ने बताया कि घटना के दौरान दो ग्रामीण भी घायल हो गया है जिसका इलाज चाकुलिया अस्पताल में चल रहा है.


वही किशनगंज एसपी सागर कुमार ने कहा कि मकई लूट की घटना में छापेमारी की जा रही थी आरोपी के परिजनों ने पुलिस पर हमला कर दिया जिससे पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. वहीं कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए हैं. पूरे मामले की जांच की जा रही है पुलिस ने आत्मरक्षा में कई राउंड गोली चलाई है. घटना की जांच के लिए किशनगंज एसडीपीओ की नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया है. शुक्रवार को ही पुलिस पर बंगाल में फिर से हमला जो वर्ष 2021 में बंगाल में तत्कालीन टाउन थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार के हत्याकांड को फिर से लोगों के जेहन में ला दिया. 3 साल पूर्व 10 अप्रैल 2021 को तत्काल सदर थाना अध्यक्ष स्वर्गीय अश्विनी कुमार शहर से सटे बंगाल के पंजीपारा स्थित पांतापारा गांव में बाइक चोरी के एक आरोपी को गिरफ्तार करने बंगाल गया था, लेकिन गिरफ्तारी के दौरान आरोपी के परिजनों ने पुलिस को अपना निशाना बनाकर पीट-पीट कर हत्या कर दिया था और साथ में गए अन्य पुलिसकर्मियों ने बंदूक रहने के बावजूद गोली तक नहीं चलाया था. यदि इसी वक्त आज की तरह आत्मरक्षा के लिए फायरिंग क्या होता तो शायद इतनी बड़ी घटना नहीं होता.


इनपुट- अमित कुमार 


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