चंदन, जमशेदपुर: जैसे-जैसे चुनाव करीब आएगा सूबे की सियासत में आरोप-प्रत्यारोप के बोल और ज्यादा सुनाई देगें. झारखंड में जमशेदपुर से सीएम रघुवर दास ने एकबार फिर जेएमएम और सोरेन परिवार को ललकारा है. अपनी संपत्ति को सार्वजनिक करते हुए सीएम ने पूछा कि जेएमएम के नेता बताएं कि उनके पास करोड़ों की संपत्ति कहां से आई है. साथ ही उन्होंने कहा कि जनता को जानने का अधिकार सोरेन परिवार के पास इतनी जमीन कहां से आई.


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झारखंड में लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी सभी दल एक दूसरे के निशाने पर हैं. लेकिन सबसे ज्यादा मुख्यमंत्री के निशाने पर जेएमएम और सोरेन परिवार है. जमशेदपुर से एक बार फिर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बयानों के जरिए अपनी संपत्ति को सार्वजनिक की. साथ ही चुनौती भरे लहजे में उन्होंने जेएमएम और सोरेन परिवार से संपत्ति पूछ डाली और कहा कि जनता को जानने का अधिकार सोरेन परिवार के पास कितनी जमीन है? वो कितने करोड़ के मालिक हैं और यह धन कहां से आया? 


वहीं सीएम के चुनौती पर मंत्री सीपी सिंह ने भी जेएमएम को आड़े हाथों लिया और कहा कि जेएमएम में नैतिकता बची है तो सीएम के चुनौती को हेमंत और उनका परिवार स्वीकार करे.


लोकसभा चुनाव से पहले मिशन 2019 की रेस में बयानों के स्वर और भी हमलावर होते दिखेगें. सीएम के चुनौती और नगर विकास मंत्री के नैतिकता पर उठाए सवाल पर जेएमएम नेता कुणाल सारंगी ने कहा मुख्यमंत्री पहले अपने अधिकारियों की सम्पत्ति सार्वजनिक कराएं फिर बोलें तो कांग्रेस ने सीएम की इस चुनौती को नौटंकी बताया.


झारखंड की सियासत में एक तरफ बीजेपी से मुकाबले के लिए विपक्ष अपनी एकजुटता की कोशिश में जुटा है तो दूसरी तरफ बीजेपी सभी 14 लोकसभा सीट पर कब्जा जमाने के लिए विरोधियों पर आक्रामक है. खास कर जेएमएम को जनता के कटघरे में घसीटने की बीजेपी की कोशिश कितनी कामयाब हो पाएगी ये जनता को ही तय करना है.