रांची: रघुवर सरकार झारखंड को एजुकेशन हब बनाने में जुटी है. इसके लिए कोडरमा में इंजीनियरिंग कॉलेज का निर्माण किया जा रहा है. इंजीनियरिंग कॉलेज बनने से बड़ी संख्या में छात्रों का पलायन रुकेगा. सरकार के इस प्रयास से छात्र काफी उत्साहित हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कोडरमा के छात्रों को रघुवर सरकार एक बड़ा तोहफा देने जा रही है जिससे छात्रों को इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए दूसरे शहरों का रुख नहीं करना होगा. दरअसल 102 करोड़ की लागत से कोडरमा में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज का निर्माण हो रहा है. खनन संस्थान परिसर में 10 एकड़ जमीन पर ये कॉलेज बनाया जा रहा है. साल 2019 तक इंजीनियरिंग कॉलेज की बिल्डिंग बनकर तैयार हो जाएगी. प्रोजेक्ट मैनेजर के मुताबिक इंजीनियरिंग कॉलेज पूरी तरह से हाईटेक होगा और यहां छात्रों के अलावा इंजीनियरिंग कॉलेज के स्टाफ को भी कैंपस में हर सुविधा उपलब्ध होगी. 


प्रोजेक्ट मैनेजर अश्विनी कुमार का कहना है कि करीब 10 एकड़ में कॉलेज बन रहा है. कॉलेज बनने के बाद स्थानीय छात्रों को काफी फायदा होगा. उधर, शिक्षा मंत्री नीरा यादव का कहना है कि इंजीनियरिंग कॉलेज खुलने के कोडरमा के युवाओं का पलायन रूकेगा. तकनीकी शिक्षा से युवा आगे बढ़ेंगे. इंजीनियरिंग कॉलेज का निर्माण जोर शोर से किया जा रहा है. 300 मजदूर, 6 इंजीनियर, 3 फॉरमैन और 57 निर्माण कंपनी से जुड़े स्टाफ दिन रात लगे हुए हैं. शिक्षा मंत्री नीरा यादव का कहना है कि इंजीनियरिंग कॉलेज बनने से कोडरमा की एक अलग पहचान बनेगी. 


 



वहीं, छात्र-छात्राओं का कहना है कि वो कम खर्चे में वो अपने जिले में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर सकेंगे. कॉलेज नजदीक होगा तो लॉजिंग-फूडिंग का खर्चा कम होगा. सरकारी कॉलेज में फीस भी कम लगेगा. उच्च और तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में लगातार झारखंड आगे बढ़ रहा है. सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज बनने से झारखंड के छात्रों का पलायन रुकेगा. साथ ही कम खर्च वो इंजीनियर बन सकेंगे.


(Exclusive Feature)