Railway News: भारतीय रेल ने परिचालन दक्षता वृद्धि, समय को बचाने और लागत में कमी लाने के लिए जुगाड़ तकनीक की सहारा लिया है. पूर्व मध्य रेलवे के डीडीयू मंडल (दीन दयाल उपाध्याय मंडल) ने भारतीय रेल के इतिहास में पहली बार एक साथ चार मालगाड़ियों को  एक मालगाड़ियों बनाकर रवाना किया है. इसे 'ब्रह्मास्त्र' नाम दिया गया है.  पौने तीन किलोमीटर लंबी यह मालगाड़ी गंजख्वाजा से धनबाद के लिए रवाना की गई.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

लगभग 37.5 किलोमीटर प्रति घंटा की औसत गति के साथ बीडी सेक्शन होते हुए लगभग 335 किलोमीटर की यात्रा के बाद 'ब्रह्मास्त्र' गढ़वा रोड के रास्ते बुधवार की सुबह धनबाद मंडल के टोरी पहुंचा. 
पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी सरस्वती चंद्र ने बताया कि परिचालन की दृष्टि से पूर्व मध्य रेल का पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल भारतीय रेल के व्यस्ततम रेल मंडलों में से एक है. रेल परिचालन को गतिमान रखने के साथ धनबाद मंडल से कोयला आदि के त्वरित परिवहन के परीक्षण कर लदान के लिए तैयार खाली मालगाड़ियां नियमित उपलब्ध कराने में पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल की अति महत्वपूर्ण भूमिका है. 


उल्लेखनीय है कि 'ब्रह्मास्त्र' के सफल परिचालन के एक दिन पहले पहली बार एक साथ तीन मालगाड़ियों का संयोजन कर 'त्रिशुल' का भी परिचालन किया गया, जिसे गंजख्वाजा से धनबाद मंडल के लिए रवाना किया गया था. 


इनपुट-आईएएनएस


यह भी पढ़ें: लालू यादव के मुरीद हुए JDU सांसद देवेश चंद्र ठाकुर, NDA को लेकर कह दी बड़ी बात