Hazaribagh: कोरोना काल में एक तरफ मरीजों के लिए ऑक्सीजन का संकट बना हुआ है तो दूसरी तरफ ऑक्सीजन सिलेंडर की चोरी चली जा रही है. झारखंड के हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कुछ ऐसा ही हुआ है. दरअसल, जब पूरे देश में ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मचा था तब हजारीबाग जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य महकमा हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था करने में जुटी हुई थी और सफल भी दिख रही थी. कुछ ही दिनों में अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी और सिलेंडर की कमी की बात सामने आने लगी. 


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जब यह खबर मीडिया की सुर्खियां बनने लगी तब जिला प्रशासन हजारीबाग को शक हुआ और ऑक्सीजन सिलेडर की कमी की जांच शुरू हुई. अब तक हुई जांच में यह पता चला है कि 183 ऑक्सीजन सिलेंडरों की चोरी हुई है. इसकी लिखित शिकायत हजारीबाग सदर थाने में अस्पताल अधीक्षक के द्वारा की गई है जिसका केस संख्या 179/21 है इसके अलावा 60 रेगुलेटर भी गायब पाए गए हैं. 


2 स्वास्थ्य कर्मचारी गिरफ्तार
हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जब सदर थाने की पुलिस ने जांच शुरू की, तब उनका शक दो स्वास्थ्य कर्मचारियों पर गया. उसके बाद दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो मामले का खुलासा हुआ. हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल से 50 जंबो सिलेंडर और 70 छोटे सिलेंडर ऑक्सीजन गायब पाए गए. अस्पताल अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार का कहना है कि 'पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है अभी इस संबंध में विशेष कुछ बताना जल्दबाजी होगी, फिलहाल जांच चल रही है.'


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वहीं, हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सिलेंडर चोरी के मामले में हजारीबाग के कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ सदस्य और समाजसेवी गणेश कुमार ने कई सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने बताया कि 'न सिर्फ ऑक्सीजन बल्कि चादर, दवाइयां और अन्य सामग्रियां अस्पताल से गायब हो रही हैं और उसे देखने वाला कोई नहीं है. ऊपर से नीचे तक सब इस चोरी में एक दूसरे के मौसेरे भाई बने हुए हैं कई बार शिकायत की गई लेकिन मामले को दबा दिया गया.'


इधर, थाना प्रभारी इंस्पेक्टर गणेश कुमार सिंह का कहना है कि 'मामला दर्ज कर लिया गया है और दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है और आगे की जांच की जा रही है.'


(इनपुट- यादवेंद्र सिंह)