चतरा: Chatra News: झारखंड के चतरा जिले में एक बार फिर एक झोला छाप डॉक्टर ने महिला की जान ले ली. ये मामला सिमरिया प्रखंड के जबड़ा बगरा मुख्य पथ पर स्थित लाइफ केयर नर्सिंग होम का है. जहां झोला छाप डॉक्टर ने ललिता देवी नामक एक महिला की जान ले ली. 


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मृतका के परिजनों ने बताया कि मृतक महिला का पेट में दर्द था, परंतु झोलाछाप डॉक्टर ने उसके बच्चेदानी का ऑपरेशन कर दिया. जिससे उसकी मौत हो गई. महिला के मरने के बाद क्लीनिक संचालक मंटू कुमार क्लीनिक बंद कर फरार हो गया है. इधर विभाग के द्वारा इसके विरुद्ध किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है. 


बताते चलें कि जिले में झोलाछाप चिकित्सक बेलगाम हो गए हैं. आए दिन ऑपरेशन के नाम पर ये मरीजों की जान ले रहे हैं. बावजूद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौन हैं. झोलाछाप चिकित्सकों की मनमानी का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि महज एक माह के अंदर एक के बाद एक 3 लोगों की उन्होंने जान ले ली है. 


हालांकि झोला छाप डॉक्टरों के मामले में कार्रवाई के नाम पर विभाग के द्वारा जांच के नाम पर खानापूर्ति कर छोड़ दिया जा रहा है और फिर झोलाछाप डॉक्टर अपनी जानलेवा दुकान खोलकर बैठ जा रहे हैं. 


बताते चलें कि झोलाछाप चिकित्सकों ने एक माह पूर्व ही सिमरिया के एक नाबालिग बच्चे को गलत इंजेक्शन देकर जान ले लिया था. इस घटना के 15 दिन भी नहीं बीते थे कि चतरा के न्यू पुलिस लाइन के समीप संचालित एमएस सेवा सदन में गलत ऑपरेशन करने से एक व्यक्ति की मौत हो गई.


आश्चर्य की बात तो यह है कि इन क्लीनिकों का रजिस्ट्रेशन रद्द करने से लेकर शील करने तक का आदेश उपायुक्त के निर्देश पर सिविल सर्जन ने निकाला था, परंतु हुआ कुछ नहीं. आज उपरोक्त सभी क्लीनिक संचालित हो रहे हैं.
इनपुट- धर्मेंद्र पाठक 


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