रांची : सीबीएसई पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. 28 मार्च को हुई गणित की परीक्षा का प्रश्नपत्र एक दिन पहले ही चतरा में व्हाट्सऐप के माध्यम से लीक हो गया था. इस मामले में पुलिस ने अभी तक कुल 12 लोगों की गिरफ्तारी की है.


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मीडिया से बात करते हुए चतरा के एसपी अखिलेश बी वारियर ने बताया कि चतरा में कदाचार के कुल तीन मामले सामने आए हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि एक कोचिंग सेंटर ने प्रश्न पत्र लीक करने के लिए पूरी रणनीति तैयार की थी. एएसएसटी और साइंस के पेपर के दौरान ही इसकी तैयारी शुरू हुई. मैथ्स की परीक्षा से एक दिन पहले 27 मार्च को ही चतरा में पेपर लीक हो गया था.


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एसपी ने यह भी खुलासा किया कि बिहार के छात्रों के माध्यम से पेपर उपलब्ध कराया गया था. ट्यूशन सेंटर स्टडी वीजन में पेपर के जवाब तैयार किए गए थे. इस मामले में कोचिंग संचालक को गिरफ्तार किया गया है. ये सारा खेल व्हाट्सऐप के माध्यम से किया गया.


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हालांकि इस मामले में दिल्ली से कोई कनेक्शन होने की बात सामने नहीं आ सकी है. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में अधिकांश नाबालिग है, जिनमें से 9 छात्रों को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है. एसपी ने बताया कि पेपर लीक का स्त्रोत पता लगाना हमारी प्राथमिकता है.


सीबीएसई पेपर लीक मामले में चतरा पुलिस ने एसआइटी का गठन कर जांच की कार्रवाई लगभग पूरी कर ली है. कुल 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमे पटना से दो लोगों की गिरफ्तारी हुई है. मूल सूत्रधार बिहार गया जिले के बाराचट्टी थाना क्षेत्र का रहने वाला है, जो पटना मे रहकर 12वीं की पढ़ाई कर रहा था. गिरफ्तार लोगों में दो चतरा स्टडी विजन कोचिंग के संचालक सतीश पाण्डेय और पंकज सिंह हैं.