सीएम नीतीश ने भोला राय को बताया जेपी मूवमेंट का साथी, राघोपुर में बनेगा स्मारक
भोला राय आरजेडी की सरकार में ईख एवं हस्तकरधा मंत्री थे. भोला राय पहली बार 1980 में राघोपुर से विधायक बने 3 बार विधायक रहे भोला राय ने लालू यादव के लिए अपनी सीट 1995 में छोड़ दी.
पटनाः बिहार सरकार के पूर्व मंत्री उदय नारायण उर्फ भोला बाबू के निधन के बाद उनके परिजनों से मिलने सीएम नीतीश कुमार सोमवार को राघोपुर पहुंचे. सीएम ने पूर्व मंत्री भोला राय की तस्वीर पर पुष्प चढ़ा कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की साथ ही परिजनों से मिलकर सीएम ने सांत्वना दी. पूर्व मंत्री उदय नारायण राय उर्फ भोला राय का निधन इलाज के दौरान आईजीआईएमएस पटना में गुरुवार को हो गया था. बिहार सरकार में मंत्री रहे 90 वर्षीय भोला राय ने पटना में अंतिम सांस ली थी.
आरजेडी की सरकार में ईख एवं हस्तकरधा मंत्री थे भोला राय
भोला राय आरजेडी की सरकार में ईख एवं हस्तकरधा मंत्री थे. भोला राय पहली बार 1980 में राघोपुर से विधायक बने 3 बार विधायक रहे भोला राय ने लालू यादव के लिए अपनी सीट 1995 में छोड़ दी. उसके बाद से राघोपुर सीट पर लालू प्रसाद यादव के परिवार का कब्जा है, हालांकि 2010 में सतीश कुमार ने जदयू से टिकट लेकर राबड़ी देवी को पराजित कर दिया था. इस दौरान सीएम नीतीश कुमार के साथ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और मंत्री विजय चौधरी वैशाली और पटना जिले के पदाधिकारी मौजूद सहित कई अधिकारी भी मौजूद रहे.
जेपी मूवमेंट के साथी थे भोला रायः सीएम नीतीश
इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने भोला राय को जेपी मूवमेंट का साथी बताया. वह बोले, हम लोग जेपी मूवमेंट से राजनीति में आए. हम आज उनके परिवार से मिलने के लिए गए थे. राघोपुर में भोला राय की याद में स्मारक बनेगा. हमने स्थानीय अधिकारियों को स्मारक बनाने का निर्देश दिया है. स्मारक इसलिए बना रहे, ताकि लोगों को पता चले, उनका कितना योगदान था. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जेठूली के आसपास श्मशान बनाने की भी मांग की गई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डीएम चंद्रशेखर को मांग पर अमल करने का निर्देश दिया. इसके अलावा सीएम नीतीश ने बाढ़ को लेकर कहा कि, इस बार पिछले साल जैसी बाढ़ की स्थिति नहीं. बड़े इलाके में सुखाड़ की स्थिति है, हम उसको देखने गए. जहां बाढ़ की स्थिति रहती है, उसको भी देखने जाते हैं.