रामगढ़ विधानसभा सीट पर हार के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का बड़ा बयान, कहा-हारे हैं तो कुछ तो ऐसा है,जो...
झारखंड की रामगढ़ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव की मतगणना के बाद नतीजे का आधिकारिक तौर पर ऐलान कर दिया गया है. ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी की प्रत्याशी सुनीता चौधरी ने कांग्रेस के उम्मीदवार बजरंग महतो को 21 हजार 644 मतों के अंतर से पराजित किया है.
Ranchi: झारखंड की रामगढ़ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव की मतगणना के बाद नतीजे का आधिकारिक तौर पर ऐलान कर दिया गया है. ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी की प्रत्याशी सुनीता चौधरी ने कांग्रेस के उम्मीदवार बजरंग महतो को 21 हजार 644 मतों के अंतर से पराजित किया है. सुनीता चौधरी को भाजपा का भी समर्थन हासिल था. सुनीता चौधरी को 115243 वोट मिले हैं जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी बजरंग महतो को 93 हजार 599 वोट मिले. इस हार पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर का बयान आया है.
हार के कारणों की कर रहे हैं समीक्षा
इधर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा है कि हार के पीछे का कारणों की हम समीक्षा कर रहे हैं. हारे हैं तो कुछ तो ऐसा है, जो जनता पसंद नहीं कर रही है. झारखंड में वर्ष 2019 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद अब तक कुल पांच उपचुनाव हुए हैं और इसके पहले के सभी उपचुनावों में राज्य के सत्तारूढ़ गठबंधन ने जीत दर्ज की थी. यह पहला उपचुनाव है, जब एनडीए के हाथों सत्तारूढ़ गठबंधन को पराजय का सामना करना पड़ा है.
बता दें कि इस सीट पर 2019 में कांग्रेस की ममता देवी ने आजसू पार्टी की प्रत्याशी सुनीता देवी को पराजित किया था. हजारीबाग जिले की कोर्ट ने ममता देवी को आपराधिक मामले में बीते 13 दिसंबर को सात साल की सजा सुनाई थी और इसके बाद उनकी विधायकी निरस्त कर दी गई थी. इस वजह से यहां उपचुनाव कराए गए. कांग्रेस ने पूर्व विधायक ममता देवी के पति बजरंग महतो को प्रत्याशी बनाया, जबकि आजसू पार्टी ने भाजपा के समर्थन से सुनीता चौधरी को मैदान में उतारा. सुनीता चौधरी इस सीट से कई बार विधायक रह चुके और गिरिडीह के मौजूदा सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी की पत्नी हैं.
(इनपुट: भाषा के साथ)