रांची : झारखंड के दुमका में 19 वर्षीय मारुति कुमारी को जिंदा जलाने के मामले में स्थानीय लोगों ने सड़क पर पुलिस प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया. शनिवार को मारुति का शव जैसे ही रांची से दुमका पहुंचा, तो लोगों ने शव को चौराहे पर रखकर जाम कर दिया. लोगों का आरोप है कि राजेश राउत को जनता के हवाले करने या उसे तत्काल फांसी देने की मांग करते रहे. आरोपी को पुलिस ने शुक्रवार को ही गिरफ्तार कर लिया था, जिसे अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है.


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मारुति के परिजन को लोगों का मिल रहा समर्थन
मारुति कुमारी के समर्थन में लोग सड़क पर उतार आए और सड़क को पूरी तरह जाम कर दिया. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने सड़क से जाम हटाने के लिए भाजपा सांसद निशिकांत दुबे, पूर्व मंत्री लुईस मरांडी और विधायक रणधीर सिंह के आग्रह को भी ठुकरा दिया है. इसके अलावा सांसद निशिकांत दुबे ने पीड़िता के परिजनों को दो लाख रुपये की आर्थिक मदद दी. इसी दौरान जब पीड़िता का शव उठाने की कोशिश की गई तो लोग पुलिसकर्मियों से भिड़ गए और एंबुलेंस पर हमला कर दिया.


क्या था पूरा मामला
बता दें कि दुमका जिले के जरमुंडी थाना क्षेत्र के भरतपुर भालकी गांव में गुरुवार रात राजेश राउत नामक शख्स ने मारुति कुमारी के घर में घुसकर उसपर पेट्रोल उड़ेलकर आग लगा दी थी. मारुति उस वक्त गहरी नींद में थी. आग लगते ही वह चीखने लगी. उसने मैजिस्ट्रेट के सामने पुलिस को दिये बयान में कहा है कि आग लगाने वाले राजेश को उसने भागते हुए देखा. राजेश राउत शादीशुदा है, लेकिन इसके बावजूद वह मारुति और उसके घर वालों पर शादी के लिए दबाव बना रहा था. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने राजेश को गिरफ्तार कर लिया. इस घटना पर सीएम हेमंत सोरेन ने गहरा दुख जताते हुए परिजनों को दस लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. उन्होंने कहा है कि आरोपी को जल्द से जल्द कड़ी सजा दिलाने के लिए सरकार हरसंभव कार्रवाई करेगी. बता दें कि दुमका में डेढ़ महीने के दौरान इस तरह की यह दूसरी वारदात है. इसके पहले बीते 23 अगस्त को दुमका शहर में ही 16 वषीर्या अंकिता सिंह को दो युवकों ने इसी तरह पेट्रोल डालकर जला डाला था, जिसकी एक हफ्ते बाद रांची में इलाज के दौरान मौत हो गई थी.


-- आईएएनएस


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