Jharkhand News: कर्ज नहीं चुका पाई मां तो बैंक कर्मियों ने बेटे को किया किडनैप, जानें पूरा मामला
Jharkhand News: नाबालिग अनीश कुमार ने अपहरण से मुक्त होने के बाद बताया कि घर पर मैं और बड़ी दीदी थे. इसी बीच बैंक कर्मी निगम यादव आए और मां को खोजने लगे मां घर पर नहीं थी. गांव में मां को खोजने के बहाने गाड़ी पर बैठकर श्री बंशीधर नगर के पास ब्रांच में ले गए. जहां बंधक बना लिया गया.
गढ़वा: श्री बंशीधर नगर में एक महिला को बैंक से लोन लेना इतना भारी पड़ गया कि एक मां अपने बेटे से करीब 14 दिन दूर रही. दरअसल, पीड़ित आशा देवी ने एक निजी फाइनेंस बैंक से कर्ज लिया था. समय पर कर्ज की राशि वापस नहीं करने पर बैंक के कर्मचारियों ने उसके बेटे को किडनैप कर 14 दिन के लिए बंधक बना लिया. इस मामले का संज्ञान मिलने पर एसडीपीओ ने बच्चे को मुक्त कराते हुए भवनाथपुर थाने में मामला दर्ज कराया.
सूत्रों के अनुसार बता दें कि श्री बंशीधर नगर शहर के हेन्हों मोड़ के निकट संचालित सेटिंग माइक्रो फाईनेंस बैंक में मामला सामने आया है. यहां एक मां के कर्ज नहीं चुका पाने पर उसके नाबालिग लड़के को किडनैप कर 14 दिनों तक बैंक में बंधक बनाकर रखा गया. हालांकि स्थानीय लोगों के हस्तक्षेप और बच्चे की मां के द्वारा किसी तरह 3 हजार रुपये बैंक मैनेजर को देने के बाद बच्चे को मुक्त किया गया. उक्त बैंक मैनेजर के द्वारा 14 दिनों तक नाबालिग बच्चे को बैंक में रखा गया और उससे काम लिया गया. यहां तक की उससे जूठा बर्तन भी साफ कराया गया. इस दौरान उसकी मां ने बैंक पहुंच कर बैंक कर्मियों से अपने कलेजे के टुकड़े को छोड़ने की गुहार लगाई लेकिन कर्मियों ने उनकी एक नहीं सुनी. इसकी भनक जब स्थानीय लोगों को लगी तो लोगों ने बैंक पहुंच कर नाबालिग को मुक्त करने का दबाव बनाया तो बैंक कर्मियों में हड़कंप मच गया. बैंक कर्मियों के द्वारा बच्चे की मां से 3 हजार रुपये लेकर एवं शेष राशि को वापस करने के लिये लिखित लेकर बच्चे को मुक्त कर दिया. उधर बैंक कर्मचारी से मुक्त होने के बाद शुक्रवार को आशा देवी ने थाने पहुंच कर अपहरण का मामला दर्ज कराया.
नाबालिग अनीश कुमार ने अपहरण से मुक्त होने के बाद बताया कि घर पर मैं और बड़ी दीदी थे. इसी बीच बैंक कर्मी निगम यादव आए और मां को खोजने लगे मां घर पर नहीं थी. गांव में मां को खोजने के बहाने गाड़ी पर बैठकर श्री बंशीधर नगर के पास ब्रांच में ले गए. जहां बंधक बना लिया गया. बताया कि एक सप्ताह तक तो ठीक से रहे, उसके बाद बैंक कर्मचारी मारपीट करने लगे. साथ ही गला भी दबाने लगे, कपड़ा साफ करने, बर्तन साफ करने के लिए बोलते थे. इतना ही नहीं धमकी दिया करते की पैसा नहीं जमा करवाएं तो किडनी और आंख निकाल कर बेच देंगे.
नाबालिग युवक की मां आशा देवी के लिखित आवेदन के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो नामजद व एक अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की है. प्राथमिकी दर्ज होने के एक घंटे के अंदर शाखा प्रबंधक निगम यादव को गिरफ्तार कर लिया गया. जबकि बैंक कर्मचारी के विरुद्ध छापेमारी जारी है. अपहृत युवक अनीश कुमार भवनाथपुर थाना क्षेत्र निवासी संतोष राम का पुत्र है।.
इनपुट - आशीष प्रकाश राजा
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