रांची : गढ़वा मंडल कारा के कैदी अखिलेश की दो दिन पहले सदर अस्पताल में हुई मौत पर कई सवाल उठ रहे हैं. जेल प्रशासन का कहना है कि उसकी मौत टीबी बीमारी से हुई, लेकिन सिविल सर्जन का कहना है कि अखिलेश की मौत किसी अन्य बीमारी से हुई है टीबी से नहीं. 


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सिविल सर्जन ने बताया कि अखिलेश जब सदर अस्पताल लाया गया तो उसकी हालत बहुत गंभीर थी और उसने अस्पताल पहुंचते ही दम तोड़ दिया. अस्पताल में उसका कोई इलाज नहीं हो सका. सिविल सर्जन ने यह भी बताया कि अखिलेश को टीबी था, लेकिन वह इससे ठीक हो चुका था और उसकी मौत टीबी के कारण नहीं हुई. उन्होंने यह भी कहा कि अखिलेश को इलाज के लिए अस्पताल लाने में देर की गई थी, जिसके कारण उसकी हालत और बिगड़ गई थी. सिविल सर्जन ने यह स्पष्ट किया कि मौत के असली कारण का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चलेगा.


अखिलेश की मौत पर जेल प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के बयान अलग-अलग होने से मामले पर संदेह बढ़ रहा है. जेल प्रशासन टीबी बीमारी का हवाला दे रहा है जबकि सिविल सर्जन ने टीबी को मौत का कारण नहीं माना. अस्पताल और जेल प्रशासन की इस बात से कैदी अखिलेश की मौत के बारे में कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं. क्या उसकी मौत टीबी से हुई या किसी अन्य बीमारी से, इस पर स्पष्टता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मिलेगी.


फिलहाल अखिलेश की मौत के सही कारण का पता लगाने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है. इससे ही साफ होगा कि उसकी मौत टीबी से हुई या किसी और बीमारी से. इस घटना ने जेल प्रशासन और अस्पताल की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं, जो इस मामले की जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेंगे.


इनपुट- आशीष प्रकाश


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