Jharkhand News: एक तरफ देश के वैज्ञानिकों ने चंद्रयान के सफल प्रक्षेपण और चांद पर विक्रम लैंडर की सफल लैंडिंग कराकर पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है, वहीं कुछ लोग ऐसे हैं जो अपनी चंद्रयान के नाम वाहियात तर्क गढ़कर जनता को चूना लगाने का काम कर रहे हैं. झारखंड के चतरा में ऐसा ही एक मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि चतरा में चंद्रयान के नाम पर गरीबों का राशन गटकने की कोशिश की जा रही है. 


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चतरा में आम जनता का राशन गटक जाने के लिए डीलरों द्वारा तरह-तरह के हथकण्डा अपनाकर गड़बड़ी करने की खबरें सामने आई हैं. चतरा जिले के सिमरिया प्रखंड के डीलरों ने ग्रामीणों को कम राशन देने के लिए ऐसा बहाना बनाया, जिसे सुनकर आपको हंसी आ सकती है, लेकिन भोले-भाले ग्रामीणों को चूना लगाने के लिए ऐसे हथकंडों का अपनाया जाना दुखद है.


सिमरिया प्रखण्ड के केंदू कसारी पंचायत में डीलरों ने ग्रामीणों को बताया कि चंद्रयान मिशन में सरकार के बहुत पैसे खर्च हो गए हैं. इसलिए गरीबों को दिए जाने वाले अनाज की मात्रा में कटौती की जा रही है. इस तर्क के साथ डीलर ने भोले-भाले ग्रामीणों को छलने का काम किया है. 


हालांकि चंद्रयान के नाम पर राशन कटौती को डीलर के दिमाग की उपज बताया जा रहा है. इस मामले में कसारी मुखिया सुनीता देवी ने 9 सितम्बर को अपने लेटर पैड पर एसडीओ सुधीर कुमार दास को आवेदन देकर दोषी डीलर पर करवाई करने की मांग की है.


वहीं, डीएसओ सलमान जफर खिजरी इन सारे बातों को बेबुनियाद बताते हैं, लेकिन ग्रामीण जिस तरह से प्रदर्शन कर रहे हैं उससे लगता है कि दाल में कुछ काला जरूर है. ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन इस मामले में लीपापोती का काम कर रहा है.


इनपुट- धर्मेन्द्र पाठक


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