गुमला में शिक्षा के मंदिर में बच्चों से बेरहमी, डांस से मना करने पर 13 बच्चों को टीचर ने लाठी से पीटा
छात्रों को पीटने का आरोप स्कूल के शिक्षक विकास उर्फ श्रील कुजूर पर लगा है. बताया जा रहा है कि उन्होंने स्कूल के किसी फंक्शन के लिए बच्चों को डांस करने के लिए कहा था, लेकिन बच्चों ने डांस करने से मना कर दिया, तो शिक्षक महोदय का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया.
गुमला: गुमला में स्कूल के 13 छात्रों की बुरी तरह से पिटाई का मामना सामने आया है. मामला चैनपुर प्रखंड मुख्यालय के सेंट माइकल इंग्लिश मीडियम स्कूल का है, जहां छठी कक्षा के 13 छात्र अपने शिक्षक के गुस्से के शिकार हो गए. शिक्षक ने मामूली सी बात पर इन छात्रों को इतना पीटा, की सभी छात्रों को अस्पताल ले जाना पड़ा.
डांस से मना करने की सजा
छात्रों को पीटने का आरोप स्कूल के शिक्षक विकास उर्फ श्रील कुजूर पर लगा है. बताया जा रहा है कि उन्होंने स्कूल के किसी फंक्शन के लिए बच्चों को डांस करने के लिए कहा था, लेकिन बच्चों ने डांस करने से मना कर दिया, तो शिक्षक महोदय का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया. उन्होंने दरवाजा बंद कर छात्रों को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया. कहा जा रहा है कि छात्रों का इस कदर पीटा गया की 4 लाठी भी टूट गयी. शिक्षक की पिटाई से घायल सभी छात्रों को प्राथमिक उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चैनपुर ले जाया गया.
प्रिंसिपल ने भी नहीं सुनी फरियाद
इतना ही नहीं, आरोप तो ये भी है कि जब छात्र इस मामले की शिकायत करने स्कूल के प्रिंसिपल हेंड्रि कुल्लू के पास पहुंचे, तो शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय, उन्होंने छात्रों को और मारने को कहा. प्रिंसिपल ने शिक्षक से कहा की ''और मारो हमारा राज चलता है'. आरोप ये भी है की जब अभिभावक किसी बात की शिकायत स्कूल के प्रिंसिपल से करते हैं, तो कहा जाता है कि अपने बच्चे को स्कूल से ले जाओ और घर में रखो.
अभिभावकों ने की कार्रवाई की मांग
वहीं बच्चों की पिटाई की जानकारी मिलने पर उनके अभिभावक भी भड़क उठे. उन्होंने मामले की शिकायत चैनपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी से की. साथ ही अभिभावकों ने चैनपुर थाने में भी लिखित आवेदन देकर आरोपी शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
खौफ में स्कूल के बाकी बच्चे
इस घटना के बाद स्कूल के अन्य बच्चे भी भयभीत हो गए हैं, और अपने अभिभावकों से स्कूल ना जाने की बात कह रहे हैं. घायल बच्चों में से एक के पिता का कहना है कि वो अपने बच्चों को स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने के लिए भेजते हैं, ना कि जानवरों की तरह मार खाने के लिए. अभिभावकों का कहना था की अगर उनके बच्चों को कुछ हो जाता तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेता. अभिभावकों ने ये भी आरोप लगाया की पिटाई करने वाला शिक्षक अधिकतर नशे में धुत रहता है.
प्रशासन ने दिया जांच का भरोसा
वहीं मामले को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी डॉ शिशिर कुमार सिंह ने घटना को दुखद बताया. उन्होंने कहा कि जांच के लिए टीम का गठन किया जाएगा, और जांच टीम की रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. जबकि चैनपुर थाना प्रभारी आशुतोष कुमार सिंह ने कहा कि अभिभावकों का आवेदन मिला है, और प्रखंड विकास पदाधिकारी खुद मामले को देख रहे हैं, जांच के बाद जो उचित होगा, वैसा किया जाएगा. बता दें की महीने भर पहले भी शिक्षक विकास उर्फ श्रील कुजूर पर छात्रों कि इसी तरह से पिटाई करने का आरोप लगा था, जिसकी शिकायत स्कूल प्रिंसिपल से की गयी थी, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की.
इनपुट- रणधीर
आउटपुट डेस्क- लीना सिंह