‘भूत मेला’ देखना है तो आइए यहां, जानें क्या है हैदरनगर देवी धाम की मान्यताएं
Bhoot Mela: झारखंड के पलामू में हर साल की भांति इस साल भी हैदरनगर देवी धाम पर भक्तों की भीड उमड पडी है. बिहार,झारखंड,उड़ीसा समेत कई राज्य के श्रद्धालु यहां माता के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. दरअसल नवरात्रि के दौरान भूत बाधा से मुक्ति के लिए हजारों की संख्या में यहां लोग पहुंचते हैं.
पलामू: Bhoot Mela: झारखंड के पलामू में हर साल की भांति इस साल भी हैदरनगर देवी धाम पर भक्तों की भीड उमड पडी है. बिहार,झारखंड,उड़ीसा समेत कई राज्य के श्रद्धालु यहां माता के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. दरअसल नवरात्रि के दौरान भूत बाधा से मुक्ति के लिए हजारों की संख्या में यहां लोग पहुंचते हैं. बता दें कि 1887 से ही यहां भूत मेला लगता है. भूत मेला से कुछ ऐसी तस्वीरें भी सामने आती है जो आपके रोंगटे खड़े कर देगी.
भूत बाधा से मुक्ति के लिए आते हैं लोग
कई राज्यों के लोग यहां आते हैं और माता के मंदिर में मन्नत मांगते हैं. ज्यादातर लोगों का इस देवी मां के मंदीर की आस्था पर पुर्ण विश्वास है और उनकी मन्नतें पूरी भी होती है..यही कारण है की हर साल लोगों की यहां आने वाले भक्तों की संख्या बढ़ती जा रही है. मगर इस आस्था के देवी धाम पर आस्था की आड़ में अंधविश्वास भी जडवत है. यही कारण है की इस धाम पर सैकड़ों की संख्या में ओझा गुनी का भी काम होता है. लोग ओझाओं की बात पर झुमते हुए नजर आते हैं.
साल में दो बार लगता है मेला
दरअसल इस देवी धाम पर साल में दो बार मेला लगता है पहला चैत्र नवरात्रि व दुसरा शारदीय नवरात्र में. 9 दिनों तक चलने वाले इस मेले में श्रद्धालुओं की खूब भीड़ उमड़ती है. इस मेले को ज्यादातर लोग भुत मेला के नाम से जानते हैं. इसके पीछे का कारण यह है कि यहां झाड़ फूंक कराने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ज्यादा होती है. वे अपने क्षेत्र के ओझा गुनी के साथ आते हैं और यहां झाड़ फूंक कराते हैं. झाड़ फूंक करने वाले ओझा का दावा है कि कई राज्यों से लोग यहां आते हैं और ये उसे अपने तंत्र मंत्र से ठीक कर देता है.
इनपुट- अमित कुमार
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