रांची: झारखंड के चाईबासा के सोनुवा प्रखंड की छह युवतियों को तमिलनाडु से छुड़ाकर मंगलवार को सुरक्षित उनके घर पहुंचाया गया. इन युवतियों को तमिलनाडु में जबरन रोका गया था. युवतियों की वापसी से इनके परिजनों में प्रसन्नता है. 


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धागा बनाने का काम करने गई थी युवतियां
झारखंड सरकार के प्रवक्ता ने यहां बताया कि तमिलनाडु में फंसी इन लड़कियों की वापसी का पूरा इंतजाम राज्य सरकार द्वारा किया गया. उन्होंने बताया कि ये सभी युवतियां एक मिल में बन्नारी स्पिनिंग मिल्स लिमिटेड, तमिलनाडु में धागा बनाने का काम करने गई थीं. 


झारखंड सरकार ने कराया मुक्त
उन्होंने बताया कि सभी के पारिश्रमिक का कुल 36,000 रुपये बकाया था जिसका तमिलनाडु सरकार से संपर्क करके उन्हें भुगतान कराया गया. प्रवक्ता ने बताया कि इस कार्य में राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए ‘सेफ एंड रिस्पॉन्सिबल माइग्रेशन सेंटर’, चाईबासा एवं राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष का महत्वपूर्ण योगदान रहा. 


युवतियों ने राज्य सरकार से मांगी मदद
सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि इन युवतियों को एक ठेकेदार द्वारा तमिलनाडु के तिरुपुर स्थित बन्नारी अम्मन स्पिनिंग मिल में काम दिलाया गया था. उन्होंने बताया कि जब तीन-चार माह बाद युवतियां घर लौटने लगीं तो ठेकेदार ने पैसे की मांग करके उन्हें रोक दिया जिसके बाद युवतियों ने राज्य सरकार से मदद मांगी. 


उन्होंने बताया कि इसके बाद राज्य सरकार के निर्देश पर सभी युवतियों को तमिडनाडु में उनके मिल से उनके घर मंगलवार को सकुशल वापस लाया गया जिससे उनके परिजनों में भारी प्रसन्नता है. 


(इनपुट-भाषा)