Ranchi: झारखंड कांग्रेस में मची हलचल से दिल्ली तक में माहौल गर्म है. दिल्ली के एआईसीसी कार्यालय (AICC Office) में आरपीएन सिंह (RPN Singh) से दीपिका पांडे (Deepika Pandey), बन्ना गुप्ता (Banna Gupta), बंधु तिर्की (Bandhu Tirki), प्रदीप यादव (Pardeep Yadav) ने एक साथ मुलाकात की है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इसके बाद से ही प्रदेश कांग्रेस में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. आरपीएन सिंह ने बताया कि हम सभी लोग यहां इकट्ठा हुए हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड-19 अब जो हमने अपने मेनिफेस्टो के माध्यम से लोगों से वादा किया है उसको पूरा करने के लिए और हमारा प्रयास है. कांग्रेस नेता ने साथ ही कहा कि जनता से जो हमने वादा किया है, वह निभाया जाए इसलिए हम यहां हैं. सिंह ने कहा कि निगम बोर्ड आयोग में तीनों पार्टियों के बंटवारे की मांग पर चर्चा हुई है. 


पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंह ने कहा कि हमने अब तक किसान लोन माफी करा दिया. मेडिकल में तमाम चीजें हैं और तीसरे वेव के लिए और वैक्सीनेशन की समस्या के लिए हमने बातचीत की और राशन कार्ड इन सब मुद्दों को हम जल्दी से जल्दी पूरा करेंगे और कर भी रहे हैं. 


उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी झारखंड में 27 परसेंट ओबीसी आरक्षण पर पहल करेगी. दूसरा नौजवानों से हमने वादा किया था हमारी सरकार बनी तो उनको नौकरियों दी जाएंगीं. अब सरकार बनी है तो नौकरियों के वायदे को पूरा करने के लिए हम सरकार पर दवाब बनाएंगे. कांग्रेस नेता ने साथ ही कहा कि राज्य में कई नौकरियां तो मुकदमों में फंस जाती हैं इसलिए नौकरियों में जो हमारा वादा था उसको जरूर पूरा करेंगे. 


गौरतलब है कि कांग्रेस संगठन में कई नेता अपने लिए अहम जिम्मेदारी की मांग कर रहे हैं जो विशेष तौर पर मंत्री नहीं बने हैं. इसको लेकर कांग्रेस में ज्यादा परेशानी है. इस मामले पर आरपीएन सिंह ने कहा है कि बहुत जल्दी इसका भी समाधान हो जाएगा. हालांकि, कोविड-19 के दौरान लगातार पार्टी के सभी नेताओं ने सभी कार्यकर्ताओं ने मिलकर बहुत बेहतरीन काम किया है. झारखंड वासियों की सेवा की है जिन लोगों की मौत हो गई उनको हम श्रद्धांजलि देंगे लेकिन अब हमें और मजबूती के साथ झारखंड में काम करना होगा इसका हम ख्याल रखेंगे.


प्रदीप यादव बंधु तिर्की को कब मान्यता मिलेगी. इस पर आरपीएन सिंह ने कहा कि अब यह मामला स्पीकर के पास है. हालांकि, हमारा प्रमुख मुद्दा भी यह रहेगा जब इस बार हम महीने के अंत में आएंगे तो झारखंड के मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे तब इस मामले को भी जल्दी से जल्दी निपटाया जाएगा. कांग्रेस में नाराजगी को लेकर आरपीएन सिंह ने कहा कि ऐसा हरगिज नहीं है कि छोटी मोटी नाराजगी नहीं होगी. कुछ लोग जरूर नाराज हैं और कुछ लोग खुश हैं लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि पार्टी अव्यवस्थित है या पार्टी में सब कुछ ठीक है.


इस मुलाकात को लेकर दीपिका पांडे ने बताया कि प्रभारी से मिल के विशेष तौर पर आरक्षण के मुद्दे पर बातचीत हुई. नौकरियों के मुद्दे पर बातचीत हुई और जो हमने क्षेत्र में वादा किया है उस वादे को निभाने का वक्त आ गया. इसको लेकर बातचीत हुई इसके अलावा आरक्षण के मुद्दे पर भी विशेष तौर पर बातचीत हुई है. 


बंधु तिर्की व प्रदीप यादव को जल्द मिले मान्यता
वहीं, बंधु तिर्की ने कहा है कि आरपीएन सिंह से मुलाकात हुई है बंधु तिर्की और प्रदीप यादव के ऊपर 10th शेड्यूल बनता ही नहीं है. इसलिए उनको जल्दी से जल्दी कांग्रेस की मान्यता मिल जाए. तिर्की ने कहा कि आरपीएन सिंह ने भी हमें भरोसा दिलाया है कि कांग्रेस के सभी मुद्दों में यह मुद्दा भी प्रमुखता से होगा. इसके साथ ही तिर्की ने कहा कि हम केसी वेणुगोपाल से हो सकता है दो-तीन दिनों में खुद मिलेंगे और अपनी बातों को भी रखेंगे.


'विकास के मुद्दे पर बातचीत हुई'
इस मामले में बन्ना गुप्ता ने कहा कि वह हरियाणा जा रहे थे. बीच में वह दिल्ली में रूके तो इस दौरान वह कांग्रेस कार्यालय अरविंद सिंह से मुलाकात करने के लिए आए हैं. झारखंड के सभी मुद्दों पर बातचीत हुई है विशेष तौर पर विकास के मुद्दों में बातचीत हुई है और हर तरह का दिशा-निर्देश उनको मिला है.  


'प्रदीप यादव का छलका दर्द'
प्रदीप यादव प्रदीप यादव ने कहा है कि उन्होंने अरविंद सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस ज्वॉइन किया था और उनको आरपीन सिंह के तरफ से पूरा भरोसा दिलाया गया है कि बहुत जल्दी उनको कांग्रेस की सदस्यता प्राप्त हो जाएगी संभवत: वह कांग्रेस के सभी मुद्दों में यह भी इस बार प्रमुखता से रखा जाने वाला मुद्दा है.


'आरपीएन सिंह से मिला नेताओं को भरोसा'
कुल मिलाकर कांग्रेस के जितने भी विधायक यहां मिलने के लिए आरपीएन सिंह से आए, उन सब को उनके उनके मुद्दों के अनुसार भरोसा और आश्वासन दिया गया है. इस महीने के अंत तक आरपीएन सिंह खुद जाएंगे. झारखंड वहां हेमंत सोरेन से मुलाकात करेंगे जिसमें 27 परसेंट ओबीसी को आरक्षण युवाओं को रोजगार नियोजन नीति निगरानी बोर्ड आयोग में तीनों पार्टियों का उचित बंटवारा और इसके अलावा 20 सूत्री मांग को लेकर भी विशेष तौर पर चर्चा हो गई.