Ranchi: कोरोनावायरस (Coronavirus) की तिसरी लहर के खिलाफ झारखंड सहित पूरा देश कोविड-19 (Covid-19) के खिलाफ एक जंग लड़ने की तैयारी कर रहा है. इसी बीच थर्ड स्ट्रेन (Third strain) के संकेत ने स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा दिया है. वहीं, थर्ड स्ट्रेन को देखते हुए राज्य ने अभी से ही तैयारी शुरू कर दी है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इसी के साथ ही मुख्यमंत्री हेंमत सोरेन (Hemant Soren) के निर्देश के मुताबिक लगातार अधिकारियों का द्वारा भी विभिन्न अस्पतालों में तैयारी चल रही है. वहीं, इन तैयारियों को राजधानी रांची के कई ऐसे निजी संस्थान मजबूती देने का काम कर रहे हैं.


ये भी पढ़ेंः Jharkhand बना ऑक्सीजन उत्पादन में 'आत्मनिर्भर', दूसरे राज्यों की कर रहा मदद


राजधानी रांची के प्रेस क्लब में बनाए गए अस्थाई बिरसा मुंडा कोविड अस्पताल (Birsa Munda Covid Hospital) को भी इस मिशन में एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित हो रहा है. पहले से ही इस अस्थाई अस्पताल में कोविड-19 के मरीजों का इलाज हो रहा है. तो वही अब थर्ड स्ट्रेन को देखते हुए बच्चों के लिए भी अलग से वार्ड बनाया जा रहा है. जो पुरी तरीके से बच्चों के लिए ही डेडीकेटेड होगा.


जानकारों के मुताबिक, कोविड-19 की तीसरा वेव है, वह बच्चों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक है. इस दौरान बच्चों को बेड या फिर अस्पताल की किल्लत ना हो इसीलिए उसकी तैयारी पहले से ही शुरू कर दी गई.


ये भी पढ़ेंः झारखंड में लोगों में दिखा संक्रमण का डर, विमान यात्रियों की संख्या हुई आधे से भी कम


बता दें कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए झारखंड में 16 मई से 27 मई तक लॉकडाउन लागू किया गया है. वहीं, इस दौरान राज्य में बिना ई- पास (E-Pass) के आवाजाही नहीं की जा सकती है. इस संबंध में थाना प्रभारी खुद बॉर्डरों पर मुस्तैद नजर आ रहे हैं. साथ ही इस दौरान बस का परिचालन भी बंद कर दिया गया है.