Ranchi: कोरोनकाल में एक बार फिर हज यात्रा पर संशय बरकरार है. साल 2020 में भी कोविड की वजह से हज यात्री हज के लिए नहीं जा पाए थे. वहीं, इस बार भी हज यात्रा को लेकर संशय बरकरार है. हज के पाक सफर पर जाने के लिए तमाम आजमीन ए हज ने अपनी तैयारी कर ली है और सरकारी आदेश का इंतजार है.
 
इस मामले में हज कमिटी के चेयरमैन इरफान अंसारी ने कहा कि इस बार हज पर जाने के लिए जो नियम बनाए गए थे, उसके मुताबिक 416 लोगों को शॉर्टलिस्ट किया गया है. सभी 416 लोग हज पर जाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.
 
उन्होंने बताया कि जैसे ही सऊदी अरेबिया सरकार की तरफ से परमिशन मिलता है तो झारखंड देश का पहला राज्य होगा जहां से हज यात्री हज के लिए रवाना होंगे. साथ ही हज 2021 की तैयारी को लेकर चेयरमैन इरफान अंसारी ने कहा कि हालांकि उन्होंने तैयारियां कर ली है लेकिन बहुत सारी परेशानियों से उन्हें गुजरना पड़ा है.
 
झारखंड से हज के लिए 1000 लोगों का आवेदन आया था जिसे नए नियम के मुताबिक शॉर्टलिस्ट किया गया. नए नियम के मुताबिक, हज पर सिर्फ 18 से 60 साल के लोग भी जा सकेंगे. वहीं, संबंधित व्यक्ति को टीके की दोनों डोज लिए जाने की शर्त भी है. लेकिन को-वैक्सीन का डोज जिन्होंने भी लिया है वह हज पर नहीं जा सकेंगे.
 
इन परेशानियों पर इरफान अंसारी ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए केंद्र सरकार को असंवेदनशील सरकार बताया है. वहीं, केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए इरफान अंसारी ने कहा कि भाजपा नहीं चाहती है कि यहां से लोग हज पर जाएं इसीलिए सरकार मामले को लेकर संवेदनशील नहीं है और सऊदी सरकार से कोई वार्ता नहीं हो रही है. 


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बहरहाल इस बार हज के लिए दूसरे देश के लोग वहां जा सकेंगे या नहीं यह पूरी तरीके से सऊदी अरेबिया की सरकार पर निर्भर करता है. इतना तो साफ है कि एक तरफ जहां झारखंड हज कमेटी ने हज को लेकर तैयारियां पूरी कर ली तो वहीं आजमीन ए हज को मक्का जाकर काबे शरीफ के दीदार की बेकरारी सता रही.