रांची : झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र के आहूत होने में महज कुछ घंटे बचे हुए हैं. सत्ताधारी दल की मानें तो विधानसभा का ये विशेष सत्र ऐतिहासिक होगा. झारखंड के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में दर्ज होगा, तो बीजेपी इसे महज इसे राजनीतिक स्टंट बता रहा है. साथ ही इस विशेष सत्र को देश के इतिहास में पहली घटना बता रही है.


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मंत्री मिथलेश ठाकुर ने विशेष सत्र को लेकर कहा कि जब मंशा साफ हो और सरकार का जो उद्देश्य होता है राज्य की जनता को बहुत उम्मीद के साथ सरकार गठन करवाती है. जब संवेदनशील सरकार होती है तो राज्य की जनता के हक अधिकार उन तक पहुंचते हैं और हमारी सरकार सीएम के नेतृत्व में पहले दिन से ही राज्य हित में काम कर रही है. इतने दिनों से इस राज्य में स्थानीयता परिभाषित नहीं है 1932 के आधार पर इस का गौरव प्राप्त होगा और ओबीसी आरक्षण को भी बढ़ाया जाएगा.


विधानसभा के विशेष सत्र पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि बीजेपी मुद्दा विहीन हो गई है. बीजेपी अब बहुत निम्न स्तरीय चीजों पर बात कर रही है, जो लोग लोकतंत्र के पवित्र मंदिर के लिए चुने जाते हैं. साथ ही आसन की तरफ पीठ करके खड़ा हो जाते हैं, जो लोग लोकतंत्र को शर्मशार कर रहे हैं. उनका काम है बोलने का और हमारा काम है करने का. वो बोलते रहेगें हम काम करते रहेंगे. जिस तरीके से सरकार काम कर रही है बीजेपी के होश उड़े हुए हैं. ये विशेष सत्र सागर में गागर भरने वाला होगा. इसके रिजल्ट जल्दी दिखेंगे.


बीजेपी विधायक दल नेता बाबूलाल मरांडी ने विशेष सत्र को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ये विशेष सत्र महज राजनीतिक स्टंट है. सरकार गठन के तीन साल बाद ये राजनीति कर रहे हैं, जब करप्शन के दलदल में पूरी तरह ये फंस चुके हैं. जब ईडी इनको नोटिस पर नोटिस कर रही है. जब इन्हें लगने लगा है अब बचना मुश्किल है तब राजनीतिक दांव चल दिया है.


इनपुट- कुमार चंदन


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