Jharkhand: बिना इस्तेमाल के ही कचरा डंप यार्ड में लगी मशीनों में लगी जंग, नहीं मिल पाया है फॉरेस्ट क्लीयरेंस
कोडरमा के चन्द्रोडीह में कचरा डंप यार्ड में लगी मशीन बिना इस्तेमाल के ही जंग खाने लगी है. तकरीबन साल भर पहले इस कचरा निस्तारण प्लांट का फाइनल ट्रायल भी किया गया था, लेकिन यह अब तक शुरू नहीं हो पाया है.
कोडरमा: कोडरमा के चन्द्रोडीह में कचरा डंप यार्ड में लगी मशीन बिना इस्तेमाल के ही जंग खाने लगी है. तकरीबन साल भर पहले इस कचरा निस्तारण प्लांट का फाइनल ट्रायल भी किया गया था, लेकिन यह अब तक शुरू नहीं हो पाया है. बगैर इस्तेमाल के ही मशीने जंग खाने लगी है.
प्लांट के आसपास झाड़ियां उग गई है और पूरा परिसर कबाड़ में तब्दील होता जा रहा है. हालांकि इन मशीनों की सुरक्षा के लिए तीन सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं जो इस प्लांट में लगे मशीनों की रखवाली कर रहे हैं. करोड़ों रुपये की लागत से इस कचरा निस्तारण प्लांट का निर्माण किया गया था और यहां झुमरी तिलैया नगर परिषद, कोडरमा नगर पंचायत और डोमचांच नगर पंचायत से डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के अलावे यहां वहां फेके गए कचरो को एकत्रित कर उसका निस्तारण किया जाना था.
प्लांट में कचरो को निस्तारित करने और उसका रियूज करने वाली सामग्री तैयार की जाने वाली अत्याधुनिक मशीन लगाई गई है. इसके अलावा प्लांट शुरू होने की स्थिति में आसपास के लोगों में रोजगार की उम्मीद भी जगी थी, लेकिन पिछले 1 साल से प्लांट तैयार होने के बावजूद कार्य शुरू नहीं होने से लोगों में नाउम्मीदगी दिख रही है.
यहां की सुरक्षा में तैनात एक गार्ड ने बताया कि प्लांट चालू हो जाता है तो यहां लोगों लोगों को बहुत ज्यादा फायदा होता. इसके अलावा ये इलाका भी साफ हो जाता. वहीं, इस मामले को लेकर उपायुक्त मेघा भारद्वाज में कहा कि प्लांट शुरू करने के लिए अब तक फॉरेस्ट क्लीयरेंस नहीं मिल पाया है, जिसके कचड़ा निस्तारण प्लांट शुरू नहीं हो पाया है.