रांचीः Pankaj Mishra: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में साहिबगंज के कारोबारी पंकज मिश्रा को डायरेक्टरेट आफ एनफोर्समेंट ने हिरासत में ले लिया है. पंकज मिश्रा मंगलवार सुबह तकरीबन 10:50 में ईडी के दफ्तर पहुंचे थे और उन्हें 8:30 में ईडी के दफ्तर से लेकर अधिकारी कोर्ट के लिए रवाना हुए. यानी तकरीबन 10 घंटे तक चली सघन पूछताछ के बाद पंकज मिश्रा को हिरासत में ले लिया गया. पंकज मिश्रा आए तो थे अपनी पर्सनल गाड़ी में लेकिन उन्हें ईडी के अधिकारी अपनी गाड़ी में कोर्ट ले गए. पंकज मिश्रा जब सुबह ही दफ्तर पहुंचे तो ना तो उस वक्त उनके चेहरे पर तनाव दिखा न ही ईडी द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद कोई शिकन. जब पंकज मिश्रा को हिरासत में लिया गया तो वह मुस्कुराते हुए ही नजर आए. 


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ईडी ने सुबह बुलाया था दफ्तर
केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय ने सुबह ही पंकज मिश्रा को पूछताछ के लिए बुलाया था. इसके बाद से ही ये इस बात के कयास लग रहे थे कि ईडी की टीम जल्द ही झारखंड के ‘साहेबगंज टेंडर घोटाला’ मामले में पंकज मिश्रा को गिरफ्तार कर सकती है. सुबह तकरीबन 11 बजे पंकज मिश्रा ईडी के अधिकारियों के सामने पूछताछ के लिए पेश हुए. बता दें कि पंकज मिश्रा झारखंड की राजनीतिक और ब्यूरोक्रेसी के बीच चर्चित शख्सियत हैं. पंकज बरहेट से विधायक प्रतिनिधि हैं. 


जून 2020 में चर्चा में आए थे पंकज मिश्रा
कुछ दिनों पहले ही विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा सहित कई सहयोगियों और साहेबगंज के कई अवैध माइनिंग करनेवाले पत्थर कारोबारियों के लोकेशन पर ईडी ने छापेमारी की थी. इस छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपए की नकदी, करोड़ों रुपए के अवैध लेनदेन संबंधित दस्तावेज और अवैध प्रॉपर्टी के डॉक्यूमेंट जब्त किए गए थे. इसी मामले में कई अन्य आरोपियों के बयान भी ईडी दर्ज कर चुकी है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा पहली बार उस वक्त काफी चर्चा में आए, जब साहेबगंज जिला अंतर्गत बरहरवा थाने में एक टेंडर विवाद का केस दर्ज किया गया. यह मामला जून 2020 का है. दरअसल इस मामले में शिकायतकर्ता शंभु नंदन कुमार उर्फ शंभु भगत ने काफी विस्तार से शिकायत दर्ज करवाते हुए पंकज मिश्रा समेत कई अन्य आरोपियों पर कई गंभीर आरोप लगाए थे.