Ranchi: बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने कहा, 'झारखंड में पिछले एक सप्ताह से सरकार की स्पेशल ब्रांच को जनकारी थी कि कुछ लोग हेमंत सरकार (Hemant Government) को गिराने के लिए नोट लेकर घूम रहे हैं. राज्य के सीएम का सम्बंध मुम्बई में आदित्य ठाकरे से है. लगता है महाराष्ट्र मॉडल को झारखंड में उतारने की कोशिश हो रही है.'


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उन्होंने कहा, 'झारखंड में पहले 22 ठिकानों पर पुलिस ने छापा मारा लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा. फिर कल जो खबरों की सुर्खियां बनीं कि तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया, कुछ राशि भी बरामद हुई, उसके बाद गिरफ्तार व्यक्ति के परिवार के लोगों ने बताया कि 22 तारीख की रात में ही 1 बजे पुलिस महतो को उठाकर थाने ले गई थी. इसके बाद परिजन थाने गए तो पुलिस ने उन्हें डांट कर भगा दिया.'


उन्होंने कहा, 'थाने में पहले से ही अमित सिंह नाम का एक व्यक्ति था, जिसे बोकारो से पकड़ा गया था लेकिन उसकी गिरफ्तारी रांची के होटल से दिखाई गई और उस पर देशद्रोही की धारा लगाते हुए सरकार को गिराने का षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया गया.'


बाबूलाल मरांडी ने कहा, 'इतने बड़े मामले में डीजीपी को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी देनी चाहिए थी पर प्रेस कॉन्फ्रेंस झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेता करते हैं. पुलिस को किसी दल का टूल नहीं बनना चाहिए. सरकार बदलती रहती है, पुलिस अधिकारी कानून की हिफाजत के लिए हैं तो हिफाजत करें. कल सरकार बदलती है तो इसकी जांच होगी तब जो अधिकरी रिटायर भी होगें उन पर भी कार्रवाई होगी.'


उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के सिटिंग जज की अध्यक्षता में एसआईटी गठित कर इस पूरे मामले की जांच की जाए. किसने सूचना दी, कैसे सूचना मिली, हर बात की जांच हो इसके साथ ही जिन तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई है उन्हें बाइज्जत बरी किया जाए. अगर सरकार एसआईटी गठित कर जांच नहीं करवाती है तो बीजेपी चुप नहीं बैठेगी. पुलिस प्रशासन इस तरह की हरकत बंद करें.'