रांचीः झारखंड के गुमला के शहरी इलाके में पुलिस ने जमीन के नीचे से एक नरकंकाल बरामद किया है. यह कंकाल करीब ढाई साल पहले अचानक लापता हुए राजा रजक नामक युवक का बताया जा रहा है. बताया जा रहा है युवक की हत्या के बाद हत्यारे जब जमीन के नीचे उसका शव दफना रहे थे तब गांव के एक युवक ने उन्हें देख लिया था. उसने हत्यारों की धमकी की वजह से अब तक मुंह बंद रखा था.


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ढाई साल के बाद उस चश्मदीद ने मृतक के घरवालों को इसकी जानकारी दी. इसके बाद पुलिस के पास शिकायत की गई. घटना गुमला शहरी थाना क्षेत्र के चेटर सरना टोली बस्ती की है. जिस युवक ने हत्या के इस मामले का खुलासा किया है, उसका नाम निरंजन कूजुर उर्फ चरका है. उसकी निशानदेही पर पुलिस द्वारा मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में 22 दिसंबर को घटनास्थल पर खुदाई कराई गई थी, लेकिन तब खुदाई में कुछ नहीं मिला.


निरंजन कूजुर ने मृतक के परिजनों से बात की और उन्हें भरोसा दिलाया कि राजा की हत्या कर लाश यहीं जमीन में दफनाई गई है. पांच दिन बाद युवक के परिजनों ने खुदाई कराई. यहां से नर कंकाल के कुछ हिस्से मिले तो दुबारा पुलिस को सूचना दी गई. इसके बाद पुलिस ने खुदाई में कंकाल के बाकी हिस्सों को बरामद किया है. कंकाल को फॉरेंसिक जांच व पोस्टमॉर्टम के लिए रिम्स भेज दिया गया.


हत्याकांड के चश्मदीद के मुताबिक ढाई साल पूर्व 20 जून को गांव के परम कुमार लहरी और गणेश महतो ने मिलकर राजा रजक की हत्या की थी. उन सभी ने एक साथ शराब पीकर आपस में झगड़ा किया था. इसी दौरान धारदार हथियार से राजा रजक की हत्या कर लाश दफना दी गई थी.


चश्मदीद के मुताबिक इस बारे में किसी को बताने पर मुझे तथा मेरे विकलांग माता-पिता को जान से मारने की धमकी दी गई थी. इस वजह से वह चुप था. फिलहाल पुलिस मामले में तहकीकात कर रही है. अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.


इनपुट- आईएएनएस के साथ


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