हजारीबाग: निलंबित आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल से ज्यादा चर्चा इस समय मिताली शर्मा के हैं. मिताली शर्मा ने 21 साल की उम्र में जेपीएससी एग्जाम (Jharkhand Public Service Commission)में सफलता हासिल की थी. अब अपनी ही पहली पोस्टिंग में  10,000 रुपये घूस लेते हुए एसीबी की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जानें क्या है पूरा मामला


भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो हजारीबाग के द्वारा कोडरमा जिला के सब रजिस्टार मिताली शर्मा को ₹10000 घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है. आपको बता दें कि वादी रामेश्वर प्रसाद यादव के द्वारा कोडरमा व्यापार मंडल सहयोग समिति का प्रबंधन समिति का निरीक्षण सह निबंधक मिताली शर्मा के द्वारा किया गया था. निरीक्षण के पश्चात स्पष्टकरण किया गया था इस पूरे मामले में सहायक निबंधक ने 20,000 घूस की मांग की थी. कहा था कि अगर घूस नहीं देना चाहते तो आवश्यक कार्यवाही के लिए तैयार रहें जिसको लेकर वादी ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की थी जिसके तहत अग्रिम राशि ₹10000 घूस लेते कोडरमा से गिरफ्तार किया गया है गिरफ्तारी के पश्चात अगर पर कार्रवाई की जा रही है.


 



रामेश्वर प्रसाद यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि स्पष्टीकरण देने से बचाने के नाम पर मिताली शर्मा ने 20,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी. हालांकि इससे पहले वो रिश्वत ले पाती, उससे पहले ही इस पूरे मामले की जानकारी रामेश्वर प्रसाद यादव ने एसीबी के अफसरों से शिकायत कर दी. शिकायत के बाद एसीबी की टीम ने 5 जुलाई 2023 को मिताली को गिरफ्तार कर लिया. बता दें कि मिताली ने 2001 में इस एग्जाम को क्वालिफाई किया था.