Ranchi: झारखंड के रांची सहित कई शहरों में मंगलवार को रावण दहन का कार्यक्रम निर्धारित है, लेकिन बंगाल की खाड़ी में बने डीप डिप्रेशन की वजह से राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है. जाहिर है, ऐसे में 'रावण-कुंभकर्ण' के पुतलों के भीगने के आसार हैं और ऐसे में इनके दहन के कार्यक्रम में खलल पड़ सकती है.


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हालांकि, मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक पश्चिम बंगाल से सटे झारखंड के इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है. मौसम विभाग के रांची स्थित केंद्र के अनुसार बंगाल की खाड़ी के मध्य में निम्न दबाव क्षेत्र बना हुआ है. अब यह अतिदाब क्षेत्र में बदलकर पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश तट की ओर बढ़ रहा है. यह अगले 24 घंटों के दौरान तट से टकरा सकता है. 


झारखंड में इसका असर उन्हीं इलाके में पड़ सकता है जो पश्चिम बंगाल से सटे हैं. संताल परगना और कोल्हान के इलाकों पर कहीं-कहीं अच्छी बारिश हो सकती है. इस सिस्टम का असर दुमका, साहेबगंज, पाकुड़, जामताड़ा, धनबाद, पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां, रांची और आसपास के जिलों पर देखने को मिलेगा.


रांची में बनाया गया 70 फिट का रावण 


राजधानी रांची में पंजाबी हिंदू समुदाय द्वारा हर साल रांची के मोरहाबादी मैदान में लंका दहन किया जाता है. इस साल यहां का रावण दहन काफी ज्यादा ख़ास होने वाला है. यहां इस साल मोरहाबादी में 70 फीट का रावण, 65 फीट का कुंभकरण और 60 फीट का मेघनाथ का पुतला बनाया गया है. वहीं, इस बार रावण वध मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रिमोट दबाकर करेंगे. इस कार्यक्रम में सांसद संजय सेठ, राज्यसभा सांसद महुआ माजी, विधायक सीपी सिंह बतौर अतिथि हिस्सा लेंगे. इस बार लंका दहन और रावण वध के दौरान आतिशबाजी की विशेष व्यवस्था की गयी है.


(इनपुट आईएएनएस के साथ)