Jharkhand Political Crisis LIVE:हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता हुई खत्म!
झारखंड में एक बार फिर से राजनीतिक उछल-पुथल मची हुई है. ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में चुनाव आयोग ने अपनी रिपोर्ट राजभवन को भेज दी है. जिसका बाद अब राज्यपाल रमेश बैस इस मामले पर अपना फैसला सुनाएंगे.
CM Hemant Soren Live: झारखंड में एक बार फिर से राजनीतिक उछल-पुथल मची हुई है. ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में चुनाव आयोग ने अपनी रिपोर्ट राजभवन को भेज दी है. जिसका बाद अब राज्यपाल रमेश बैस इस मामले पर अपना फैसला सुनाएंगे. इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि परोक्ष रूप से केन्द्र पर निशाना साधते हुए कहा कि 'संवैधानिक संस्थानों को तो खरीद लोगे, जनसमर्थन कैसे खरीद पाओगे?
नवीनतम अद्यतन
मुख्यमंत्री आवास पर हुई विधायक दल की बैठक
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की अध्यक्षता में कांके रोड रांची स्थित मुख्यमंत्री आवास में सत्ता पक्ष के मंत्री एवं विधायक दल की बैठक सम्पन्न हुई.
सीएम की सदस्यता खत्म करने की अनुशंसा
राजभवन सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर सामने आ रही है. राज्यपाल ने चुनाव आयोग के अनुशंसा पर अपना मंत्वय दे दिया है. सीएम हेमंत सोरेन की सदस्यता खत्म करने की अनुशंसा की गई है, लेकिन हेमंत सोरेन के चुनाव लड़ने पर रोक नहीं लगाया है. राजभवन शनिवार को राज्यपाल के मंत्वय के साथ पत्र चुनाव आयोग को भेज सकता है.जेल जाने से नहीं डरते- बन्ना गुप्ता
राज्य के स्वास्थ मंत्री ने कहा कि किसी के डराने से हम डरने वाले नहीं. जेल जाने से भी हम नहीं डरते.थोड़ी देर में सीएम आवास पर बैठक
सीएम आवास में यूपीए विधायक दल की बैठक में विधायकों के पहुंचने का सिलसिला शुरू. मंत्री चंपई सोरेन और मथुरा महतो सीएम आवास पहुंचे.राजभवन में क्या हो रहा नहीं जानता
राजभवन में क्या चल हमें इस बात की जानकारी नहीं, लेकिन इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है. फिर भी उनकी चाल पर नजर रखना पड़ता है. उन बेईमानों की कमी गिनाएंगे तो रात हो जाएगी.राज्य सरकार को अस्थिर करने की कोशिश
झारखंड की सरकार को अस्थिर करने में भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ रही है. पांच महीने से मुझे सत्ता से बेदखल करने और राजनीतिक तौर पर मेरा गला रेतने का काम किया जा रहा है, लेकिन अब तक आरी बन हीं नहीं पा रही है.हम डरने वाले नहीं
झारखंड की सरकार पर भारतीय जनता पार्टी द्वारा सरकारी एजेंसियों के जरिए छापा मरवाया जा रहा है, लेकिन हम इससे डरने वाले नहीं हैं. हजारीबाग में उद्योग के नाम पर ली गई जमीन को हमने वापस कराया है.JMM विधायक विकास मुंडा ने कहा कि उनके पास पूर्ण बहुमत है. ये साफ़ दिख रहा है कि कौन ज्यादा चिंतित है. हमारे सभी विधायक यहीं हैं.
मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि पार्टी को जनसमर्थन से खैरात में नहीं मिला है. अगले 25 सालों तक JMM की सरकार बनी रहेगी.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि बीजेपी के 16 विधायक उनके संपर्क में हैं. इसके अलावा उन्होंने साफ़ किया है कि कोई भी विधायक कहीं नहीं जा रहा है. सभी झारखंड में ही रहेंगे.
राज्यपाल का निर्णय आने के बाद विधायकों की एक और बैठक करेगी. इसके बाद आगे की रणनीति को लेकर फैसला किया जाएगा.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर चल रही बैठक समाप्त हो गई है.
प्रदीप यादव भी यूपीए की बैठक में शामिल होने मुख्यमंत्री आवास पर पहुंच गए हैं.
झारखंड विधानसभा के मनोनीत सदस्य ग्लेन जोसफ गॉलेस्टीन भी मुख्यमंत्री आवास पर आ गए हैं.
झारखंड में जारी राजनीतिक गहमागहमी के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्पीकर समेत कुल 41 विधायक मुख्यमंत्री आवास में हैं. अन्य विधायकों के आने का सिलसिला जारी है.
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा है कि जेएमएम-कांग्रेस विधायकों को अभी राज्य से बाहर ले जाने को लेकर कोई भी चर्चा नहीं हुई है. CM हेमंत सोरेन के नेतृत्व में यूपीए गठबंधन सरकार सुरक्षित है.
उन्होंने आगे कहा कि बैठक में सभी रणनीतियों पर विचार विमर्श किया जाएगा.
रांची से बाहर भेजे जा सकते हैं UPA के विधायक.
झारखंड के मंत्री और कांग्रेस नेता बन्ना गुप्ता ने बोला है कि इस समय सब कुछ ठीक है. हमारी सरकार के पास बहुमत है. अब आगे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जो कहेंगी, हम वहीं करेंगे.
इसी बीच JMM के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि हमारे पास 50 से ज्यादा विधायक है. बीजेपी के कई भी नेता हमारे संपर्क में हैं. हम आराम से अपना बहुमत साबित कर लेंगे. वहीं, UPA के विधायक भी बैठक के लिए सीएम हेमंत सोरेन के आवास पर पहुंचने लगे हैं.
झारखंड में सरकार में बने रहने के लिए 42 विधायकों का संख्या बल जरूरी होता है, जबकि हेमंत सोरेन को माइनस करने के बाद भी मौजूदा सत्ताधारी गठबंधन के पास 50 का संख्या बल है. तीसरा विकल्प यह कि हेमंत सोरेन के अयोग्य घोषित होने और चुनाव लड़ने से डिबार किये जाने की स्थिति में उनकी पत्नी कल्पना सोरेन, मां रूपी सोरेन या भाभी सीता सोरेन को गठबंधन का नया नेता यानी मुख्यमंत्री चुना जा सकता है.
कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा है कि कांग्रेस के विधायक एकजुट हैं. राज्यपाल का फैसला आने के बाद ही आगे की योजनाओं को लेकर प्लान किया जाएगा. राज्य सरकार पर किसी तरह का संकट नहीं है. राज्य सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी.
मुख्यमंत्री आवास पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के विधायक एवं मंत्री पहुंच गए हैं.
आज हेमंत सोरेन की सदस्यता पर राज्यपाल का फैसला आने वाला है. इससे पहले आज सुबह 11 बजे से यूपीए विधायक दल की बैठक बुलाई गई है. इससे पहले 9 बजे से 10 बजे बीच सभी झामुमो विधायकों और सांसदों को भी बुलाया गया.
वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा है कि ये समय आरोप प्रत्यारोप का नहीं है. हम इस बात पर विचार कर रहें है कि कैसे जनता के द्वारा चुनी गई सरकार अपना कार्यकाल पूरा करें.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव एवं मुख्य प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने चुनाव आयोग के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के लाभ के पद मामले में फैसले का उल्लेख करते हुए कहा, 'कोई भी निर्णय अंतिम नहीं है. हमारे लिये अन्य विकल्प भी खुले हैं.'