राजेश ठाकुर ने बोला मोदी सरकार पर हमला, कहा-राहुल गांधी का मनोबल तोड़ने की हो रही है कोशिश
कांग्रेस की झारखंड इकाई के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने शनिवार को आरोप लगाया कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार कांग्रेस के बढ़ते जनाधार से घबराकर पार्टी नेता राहुल गांधी का मनोबल तोड़ने का प्रयास कर रही है.
Ranchi: कांग्रेस की झारखंड इकाई के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने शनिवार को आरोप लगाया कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार कांग्रेस के बढ़ते जनाधार से घबराकर पार्टी नेता राहुल गांधी का मनोबल तोड़ने का प्रयास कर रही है, जिसमें वह कभी सफल नहीं होगी.
बीजेपी पर साधा निशाना
मीडिया से बात करते हुए ठाकुर ने कहा कि वह 'भारत जोड़ो यात्रा' के समर्थन में झारखंड के गांवों में अपने तरीके से पदयात्रा कर रहे हैं और इस दौरान यात्रा के संयोजक सुबोधकांत सहाय भी उनके साथ हैं. ठाकुर ने आरोप लगाया कि मुकेश अंबानी और गौतम अडाणी जैसे उद्योगपतियों को सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम कौड़ियों के भाव बेचे जा रहे हैं, ताकि चुनावी राजनीति में उनसे चंदा के रूप में मोटी रकम लेकर विपक्षी दलों को मात दी जा सके.
उन्होंने आगे कहा कि झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस के गठबंधन में दरार पैदा करने में असफल केंद्र सरकार अब जांच एजेंसियों के सहारे राज्य में अस्थिरता पैदा करने की कोशिश में है, लेकिन वह इसमें भी कामयाब नहीं होगी. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “झारखंड में सांप्रदायिक शक्तियों की मंशा कभी पूरी नहीं होगी. कांग्रेस-झामुमो सरकार किसी तीसरी राजनीतिक शक्ति की मदद की मोहताज नहीं है. यह पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करेगी.”
इससे पहले आयकर छापेमारी पर कांग्रेस ने तल्ख टिप्पणी करते हुए इसे राज्य सरकार को अस्थिर कर गिराने की साजिश का हिस्सा बताया. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर एवं कार्यकारी अध्यक्ष बंधू तिर्की ने आज की आयकर की छापेमारी को बदले की कार्रवाई बताते हुए कहा, ‘‘हम किसी से डरने वाले या झुकने वाले नहीं हैं चाहे कितने भी छापे पड़ जायें.’’
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को अस्थिर करने और गिराने का काम किस प्रकार किया जा रहा है, सभी देख रहे हैं. राजेश ठाकुर ने कहा, ‘‘ जिस प्रकार सिर्फ गैर भाजपा शासित राज्यों को निशाना बनाया जा रहा है यह कहीं से भी उचित नहीं है. लेकिन जनता सब देख रही है और इसका परिणाम भाजपा को आने वाले समय में भुगतना पड़ेगा.’’
(इनपुट भाषा के साथ)