Ranchi: क्रिकेट की दुनिया में कैप्टन कूल के नाम से मशहूर वाले महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) को उनके होम टाउन के लोग रांची के राज कुमार के नाम से भी बुलाते हैं. धोनी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिए एक साल पूरे हो चुके हैं. धोनी के चाहने वाले आज भी साफ-साफ बताते हैं कि टीम इंडिया (Indian Cricket Team) में आज भी धोनी की कमी खलती है और उनका खालीपन एहसास कराता है.


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धोनी के स्कूल के दिनों के कोच बनर्जी सर की मानें तो संन्यास के बाद महेंद्र सिंह धोनी बाहर भी गए और अपने एकेडमी को लेकर भी बहुत काम किया. इस दौरान उन्होंने अपने फार्म हाउस पर भी विशेष ध्यान दिया और आजकल धोनी खुद को फिट रख रहे हैं. कोच ने कहा कि रिटायरमेंट तो हर किसी का होता है पर धोनी के रिटायरमेंट के बाद जो टीम अभी खेल रही है, उसमें ऋषभ पंत कीपर तो हैं पर अभी बच्चा हैं, उनको लगातार मौका मिलना चाहिए. टीम में फिलहाल फिनिशर की तो कमी ही है. कुछ मामलों में अनुभव की कमी भी दिखती है लेकिन सबको अनुभव खेलते-खेलते ही आता है.


धोनी के कोच रहे चंचल दा कहते हैं कि धोनी का खालीपन टीम इंडिया में रहेगा ही, उसको भरना मुश्किल है. संन्यास तो हर किसी को लेना है पर आईपीएल में धोनी का जलवा दिखेगा. वह आगे कहते हैं कि पिछला एक साल कोविड में बीता है, जब से धोनी ने संन्यास लिया है. कोविड के कारण बहुत ज्यादा कमी लोग महसूस नहीं कर पाए होंगे क्योंकि सभी लोग कोविड में परेशान थे. धोनी का आज भी अलग क्रेज है. वेल फिनिशर माने जाते हैं. साथ ही कहते हैं कि आज के खिलाड़ी को डे मैच पर ज्यादा फोकस करना चाहिए.


रांची में क्रिकेट का ककहरा सीख रहे खिलाड़ी अर्श सिंह की मानें तो एक खिलाड़ी के तौर पर धोनी के संन्यास लेने के बाद टीम में एक फिनिशर की कमी खल रही है. टीम में बहुत सारे यंगस्टर हैं पर धोनी की कमी पूरी नहीं कर पा रहे हैं. धोनी के फैन और खेल में अपनी क्षमता निखार रहे युवा की मानें तो कुछ चीजें हैं जिसकी कमी महसूस होती है. मिडिल ऑर्डर में अभी बहुत सारे खिलाड़ी हैं, उन्हें टाइम लगेगा माही की कमी खूब खलती है.