Garhwa News: अबुवा आवास में करप्शन का खेल, अब कैश के बदले ऑनलाइन हो रही घुसखोरी
Garhwa News: जिले मे अबुवा आवास में घुसली जा रही है. अब नगद के बदले ऑनलाइन घुस ले रहे है. गढ़वा जिले में ऑनलाइन घुस लेने का प्रचलन बढ़ रहा है. पहले काम के बदले नगद घुस ली जाती थी, लेकिन अब डिजिटल युग आया है घुस लेने की प्रथा भी चेंज हुई है.
Garhwa News: अबुवा आवास योजना में घुसखोरी का मामला सामने आया है. अब यह घुस डिजिटल तरीके से लिया जा रहा है, ताकि वे एसीबी के चक्कर मे ना फंसे. जिले मे दो प्रखंड डंडई और डंडा मे दो सरकारी कर्मियों के द्वारा अबुवा आवास मे ऑनलाइन घुस लिया गया. पहला मामला डंडई का है, जहां अरविन्द कुमार नामक प्रखंड समन्वयक ने अबुवा आवास मे तीस हजार घुस ऑनलाइन लिया. जब इसकी जांच कराई गई तो मामला सही पाया गया. जिस पर तत्काल संज्ञान लेते हुए डीसी ने कर्मी को बर्खास्त कर दिया.
दूसरा मामला डंडा ब्लॉक का है. डंडा प्रखण्ड के छापरदागा पंचायत निवासी शाहिद अनवर से अबुवा आवास योजना दिलाने के नाम पर 11 हजार रुपए की ठगी का मामला प्रकाश में आया है. पैसे की उगाही का आरोप डंडा ब्लॉक के आवास कोडीनेटर संगीता कुमारी और पंचायत सचिव शंभू प्रसाद गुप्ता पर लगाया गया है. बताया जा रहा है कि एक हजार रुपए नकद और दस रुपए यूपीआई के माध्यम से समसुदीन अंसारी के बेटे शाहिद अनवर ने दिया है.
शाहिद अनवर ने बताया कि आवास कॉर्डिनेटर ने कहा था कि आवास आगर आपको चाहिए तो आपको बीस रुपए देना होगा नहीं, तो आपका अबुआ अवास में नाम नहीं आएगा. अगर आवास चाहिए तो बीस हजार देना पड़ेगा. तब आपका जियो टेक किया जाएगा. शाहिद ने बताया कि इसी बीच मुझे आवास कॉर्डिनेटर संगीता कुमारी और पंचायत सचिव शंभू से मुझे मिलने को कहा गया. जब मैं संगीत कुमारी और शंभू प्रसाद गुप्ता से मिला तो उन्होंने पैसे की मांग की. मैं एक हजार रुपए संगीता कुमारी को नगद राशि दे दिए और शंभू प्रसाद गुप्ता को फोन पे के माध्यम से हमने दस हजार दिया.
यह भी पढ़ें: नीतीश जी का NDA से डील, विधानसभा भंग करना चाहते हैं सीएम, तेजस्वी यादव का बड़ा दावा
शाहिद अनवर ने कहा कि मैं अपनी पत्नी के सारा जेवर गिरवी रखकर 10 हजार रुपए दिए. बाकी दस हजार रुपए पंचायत सचिव शंभू प्रसाद गुप्ता को फोन पे के माध्यम से उनके फोन पर ही ट्रांसफर किया है. इस मामले पर डीडीसी ने कहा कि जो भी अबुवा आवास में घुस लेगा, उसकी नौकरी हमलोग ले लेंगे. यही वजह है की डंडई प्रखंड के कर्मी की सेवा ही समाप्त कर दी गई.
रिपोर्ट: आशीष प्रकाश राजा